औरैया। बच्चों का भविष्य संवारने वाले शिक्षकों का मनमाना रवैया जिले की शिक्षण व्यवस्था को बेपटरी कर रहा है। शिक्षकों की मनमानी इस कदर हावी है कि कुछ स्कूलों में मनमाने तरीके संचालित किए जा रहे हैं। सरकार नौनिहालों का भविष्य उज्जवल बनाने को जीतोड़ मेहनत कर रही है, वहीं जिम्मेदार शिक्षक इस मंशा पर पानी फेर रहे है। मंगलवार को बीएसए को दो स्कूल पर ताले लटकते मिले, तो 16 शिक्षक समय से स्कूल नहीं पहुंचे। जिस पर स्पष्टीकरण तलब कर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि मंगलवार को सुबह आठ बजे वह स्कूल का निरीक्षण करने के लिए निकले थे। सहार ब्लॉक के पूर्वा रायसिंह स्थित प्राथमिक विद्यालय में ताला लगा मिला। कुछ ऐसा ही नजारा पुर्वा हिमांचल प्राथमिक विद्यालय का रहा। जहां स्कूल में ताला लगा था। बच्चे बाहर खड़े होकर मास्टर साहब का इंतजार करते मिले।
बीएसए ने बच्चों से वार्ता की। अभिभावकों को बुलाकर उनका पक्ष जाना। प्रधानाध्यापक से लेकर शिक्षकों की इस मनमानी को देख बीएसए का पारा चढ़ा तो बारी-बारी से अन्य स्कूलों की व्यवस्थाएं भी जांची गई। इस दौरान अछल्दा, सहार, विधूना के करीब 10 स्कूलों के निरीक्षण में 16 शिक्षक अनुपस्थित मिले। जिले में बच्चों की शिक्षण व्यवस्था को लेकर शिक्षकों की मनमानी पर बीएसए ने चिंता जताई है। स्कूलों में हो रही मनमानी पर शिकंजा कसने के लिए बीईओ को भी हिदायत दी गई है।
निरीक्षण में पुर्वा हिमांचल व पुर्वा रायसिंह प्राथमिक स्कूल बंद मिले है। करीब 10 स्कूलों को जांचने पर 16 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए हैं। सभी को नोटिस जारी किए गए हैं। उचित जवाब न मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों का मनमाना रवैया कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। कर्मचारियों का स्कूल न मिलना विभाग के लिए निराशाजनक है।
- अनिल कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी