शिक्षिका के रूप में सुचित्रा सारथी बन छात्रों के जीवन को बना रहीं सार्थक


जासं, इटावा हर किसी के जीवन में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। किसी भी व्यक्ति को सफल बनाने में व सही दिशा दिखाने में एक शिक्षक का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है। हर वर्ष पांच सितंबर को देश के राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है। जनपद में डा. सुचित्रा वर्मा स्वयं शिक्षिका के रूप में सुचित्रा छात्रों के सारथी बन उनका जीवन सार्थक बना रही हैं। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर की ओर से बेहतर शिक्षण प्रदान कर चुके सेवानिवृत हुए 11 शिक्षकों को शिक्षक दिवस पर सम्मानित किया जाएगा इस विशेष वर्ग में जिले से प्रो. सुचित्रा वर्मा को भी आज शिक्षक दिवस पर सम्मानित किया जाएगा।

प्रो. सुचित्रा वर्मा ने 28 वर्षों तक केके महाविद्यालय में (भूगोल विषय) शिक्षिका के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और जून 2023 में सेवानिवृत होने के बाद कई स्नातकोत्तर पास छात्र-छात्राएं विषय

के गहन अध्ययन और नेट जेआरएफ की तैयारी के लिए मार्गदर्शन लेने के लिए आनलाइन जुड़कर निश्शुल्क पढ़ाई कर रहे हैं। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पीएचडी करने के बाद उन्होंने एक शिक्षिका के रूप में अपना सफर शुरू किया। उनकी प्रतिभा और बेहतर शिक्षण व मार्गदर्शन से छात्रों को नई दिशा मिल रही है। उसी के परिणाम स्वरूप उनके विभाग में रहते हुए विद्यालय के कई गरीब और प्रतिभावान छात्रों ने भूगोल विषय में नेट/ जेआरएफ उत्तीर्ण किया। बताया कि पिताजी स्वयं एक शिक्षक



उनके मार्गदर्शन और भूगोल विषय के प्रति मेरी रुचि और शिक्षक डा. वीआर सिंह के आशीर्वाद से मैंने हमेशा कुछ बेहतर करने की प्रेरण ली। उन्होंने बताया कि जब भी में अपना विषय बच्चों को पढ़ाती हूं त उन्हें विषयगत जानकारी देने के साथ उनको समझाती हूं, आज के वर्तमान युग में भूगोल विषय का महत्व बढ़ गया है, इसीलिए राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर सामाजिक, भौगोलिक राजनीतिक परिवेश को जानने के लिए इस विषय की महत्वता को समझती हूं जिससे इस विषय के प्रति छात्र-छात्राओं की रुचि भी बढ़ती है और वह बेहतर करने की कोशिश करने लगते हैं। उन्होंने कहा कि एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट, एनवायरमेंटल ज्योग्राफी, इको टूरिज्म जैसे विषयों पर मेरे द्वारा तैयार किए गए शोध पत्र राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित किया जा चुके हैं और अब मेरा सपना है कि अपने छात्र-छात्राओं को उचित मार्गदर्शन प्रदान करते हुए उन्हें विषयगत महत्वपूर्ण जानकारी व मार्गदर्शन करूं, जिससे वह भी जीवन को सार्थक बना सकें और आगे चलकर यह छात्र-छात्राएं एक अच्छे शिक्षक बनें।