सहायक अध्यापक की पढ़ाते-पढ़ाते बंद हुई जिंदगी की किताब


प्राइमरी स्कूल खिरकवारी में शुक्रवार की दोपहर कक्षा में पढ़ाते समय सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार को सीने में तेज दर्द उठा और वह जमीन पर गिरकर बेहोश हो गए सीने पर हाथ लगाए गिरे गुरुजी को देख बच्चों की चीखें निकल गई।






साथी अध्यापकों ने उन्हें सीएचसी जुनावई पहुंचाया, लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी उनके निधन की जानकारी के बाद सीएचसी पर शिक्षा मित्र संघ और प्राइमरी शिक्षक संघ के पदाधिकारी भी पहुंच गए वहीं, आठ साल की मासूम बेटी और पांच साल के बेटे के साथ पहुंची पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया घटना के बाद स्कूल में अवकाश कर दिया गया चिकित्सक के अनुसार हृदयाघात से उनकी मृत्यु हुई अस्पताल लाने से पहले ही जान जा चुकी थी।



एटा जनपद के थाना बागवाला अंतर्गत लोयाबाद शाहपुर निवासी धर्मेंद्र कुमार 42 खिरकवारी के कंपोजिट विद्यालय में 2018-19 में तैनात हुए थे उनकी तैनाती प्राइमरी स्कूल में स्कूल में सहायक अध्यापक के पद पर हुई थी परिवार में पत्नी लक्ष्मी के अलावा आठ साल की बेटी चंचल और बेटा ध्रुव पांच साल का बेटा है कस्बा जुनावई में परिवार रहता था, जबकि वह बाइक से हर दिन विद्यालय आते थे शुक्रवार को वह घर से विद्यालय के लिए निकले अजीजपुर तिराहा के समीप उनके सीने में तेज दर्द उठा वहां से वह किसी तरह विद्यालय आ गए वह कक्षा में पढ़ा रहे थे।



अचानक से उनके सीने में तेज दर्द उठा वह सीना पकड़े पकड़े गिरने लगे बच्चों ने देख तो हल्ला मचाया जब तक साथी अध्यापक आते वह गिरकर बेहोश हो गए थे उन्हें प्रधानाध्यापक अवधेश कुमार, शिक्षक अभिषेक दिवाकर सहित अन्य शिक्षकों ने सीएचसी जुनावई पहुंचाया अस्पताल में ही उनका परिवार भी पहुंच गया यहां जब चिकित्सक ने जांच की तो वह मृत थे।