NATExam UPBasic ✌️ NAT परीक्षा का निष्कर्ष

 NATExam UPBasic ✌️



NAT परीक्षा का निष्कर्ष –


१) बेसिक शिक्षक बिना किसी पुलिस फोर्स के नकलविहीन परीक्षा करा सकते हैं ।


२) बेसिक शिक्षक बिना किसी अन्य विभाग की सहायता के उच्च स्तरीय परीक्षा करा सकते हैं ।


३) बेसिक शिक्षक बिना किसी संसाधन के करोड़ों की संख्या में OMR की स्कैनिंग कर सकते हैं ।


४) बेसिक शिक्षक बिना किसी लेखपाल से लगायत जिलाधिकारी की निगरानी के निष्पक्ष परीक्षा करा सकते हैं ।


५) बेसिक शिक्षक 1 करोड़ 90 लाख से अधिक बच्चों की उच्च स्तरीय परीक्षा बिना किसी अन्य विभाग/बिना किसी अन्य खर्च/बिना किसी प्रशासनिक तंत्र के सकुशल सम्पन्न कराकर निष्पक्ष रूप से कापियों को बिना एक रुपये खर्च करके परिणाम भी लोड कर देते हैं जबकि माध्यमिक का पूरा तंत्र बीते सत्र के लगभग 59 लाख छात्रों की परीक्षा के लिए करोड़ों का बजट खर्च कराने के साथ लगभग हर विभाग के कर्मचारियों की मदद लेकर भी 1/2 माह में परिणाम जारी कर पाता है, नकल के आरोप जगह जगह लगते हैं सो अलग । (कुछ आयोगों की परीक्षाओं में करोड़ों के बजट से यह कार्य होते हैं)


६) हर विभाग CCTV के बावजूद भ्रष्टाचार कर लेते हैं जबकि बेसिक शिक्षक बिना किसी CCTV के लगभग 2 करोड़ बच्चों की निष्पक्ष परीक्षा करा लेते हैं।(जबकि अन्य विभाग वाले cctv के बावजूद न्यायालय तक घसीटे जाते हैं)


—तथ्य —🎁


😊 हमने बिना किसी की सहायता, बिना किसी के सहयोग, बिना किसी अतिरिक्त धन खर्च व बिना किसी संसाधन के 2 करोड़ बच्चों की परीक्षा OMR शीट पर कराकर, स्वयं के संसाधन से scan करके परिणाम भी निकाल दिया।


अब बताईये राष्ट्र हित में तन, मन, धन से अपनी क्षमता से अधिक अपने शरीर को मशीन बनाकर कार्य करने वाले बेसिक शिक्षकों से बेहतर कौन ??


विचारणीय

👍 इसके बाद भी अखबार वालों से लगायत आम जनमानस, सत्ता एवं प्रशासनिक तंत्र वह सम्मान/तवज्जो नहीं देता है, जिसके कि बेसिक शिक्षक हक़दार हैं ।।🙏


साभार – शेष नारायण भाई ✌️