निपुण टेस्ट सबसे फिसड्डी निकले सीतापुर व सोनभद्र जिले के छात्र, प्रदेश में गौतमबुद्धनगर, वाराणसी टॉप फाइव अच्छे रिजल्ट वाले जिलों में शामिल

 परिषदीय और बा स्कूलों के छात्रों की शिक्षा का स्तर जांचने को कराए गए निपुण असेसमेंट टेस्ट का परिणाम जारी हो गया है। निपुण टेस्ट में सीतापुर के छात्र सबसे फिसड्डी रहे हैं। सोनभद्र, हाथरस, भदोही, शामली, शाहजहांपुर, उन्नाव, संतकबीर नगर और कौशांबी 10 खराब रिजल्ट वाले जिलों में शामिल हैं। स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने पिछड़े छात्रों को आधारशिला संदर्शिका किताब के साथ-साथ दीक्षा व रीड एलांग ऐप से पढ़ाने के निर्देश दिए हैं।



सितंबर में शासन ने निपुण टेस्ट कराया था। छात्रों ने ओएमआर शीट पर यह परीक्षा दी थी।


सोमवार देर शाम इसका रिजल्ट जारी हुआ। टेस्ट का परिणाम ए प्लस, ए, बी, सी, डी और ई श्रेणी में बांटा गया है। विभाग ने ए प्लस, ए व बी श्रेणी के बच्चों के स्तर को संतोषजनक माना है। प्रदेश में कक्षा एक से तीन तक के 72.6 फीसदी बच्चे ए प्लस, ए व बी श्रेणी में निपुण पाए गए हैं जबकि सी, डी और ई श्रेणी में 27.4 फीसदी बच्चे हैं।


इसी तरह कक्षा चार से आठ तक 70.99 फीसदी बच्चे ए प्लस, ए व बी श्रेणी में हैं जबकि सी, डी और ई श्रेणी में 29.1 फीसदी बच्चे हैं। सी, डी और ई श्रेणी में आए बच्चों की भाषा एवं गणित विषयों में सुधार को दैनिक व साप्ताहिक शिक्षण योजना बनाने का निर्देश दिया गया है।


बरेली मंडल के एडी बेसिक विनय कुमार ने बताया कि निपुण टेस्ट का रिजल्ट आ गया है। जिन छात्रों का रिजल्ट खराब रहा है, उनके सुधार की कार्ययोजना बनाई जा रही है। अगली बार रिजल्ट को और बेहतर स्तर तक ले जाया जाएगा।


गौतमबुद्ध नगर और अंबेडकरनगर के बच्चे आगे


● सोनभद्र, हाथरस, भदोही, शामली, शाहजहांपुर, उन्नाव, संतकबीर नगर और कौशांबी टॉप टेन 10 खराब रिजल्ट वाले जिलों में शामिल


● सितंबर 2023 में हुए निपुण एसेसमेंट टेस्ट का परिणाम जारी


● सीतापुर के 21.36 फीसदी छात्रों के आए 40 फीसदी से कम अंक


शाहजहांपुर और हरदोई की भी स्थिति खराब


कक्षा 1 से 3 की निपुण परीक्षा की सबसे खराब ई श्रेणी में सीतापुर के 21.36 फीसदी बच्चे हैं। दूसरे पर सोनभद्र के 18.85, तीसरे पर हरदोई के 16.89, चौथे पर शाहजहांपुर के 16.43 और पांचवे पर भदोही के 15.11 प्रतिशत बच्चे रहे। शामली के 15.03, मिर्जापुर के 14.95 फीसदी, हाथरस के 14.67 फीसदी, उन्नाव के 14.36 फीसदी और संतकबीर नगर के 14.26 फीसदी बच्चे पिछड़े निकले। कक्षा 4 से 8 की निपुण परीक्षा की सबसे खराब ई श्रेणी में सोनभद्र के 20.63 प्रतिशत बच्चे हैं। खराब जिलों में दूसरे स्थान पर सीतापुर के 18.39, तीसरे पर खीरी के 18 प्रतिशत, चौथे पर शाहजहांपुर के 17.94 प्रतिशत, पांचवें पर हरदोई के 16.85 प्रतिशत बच्चे शामिल हैं।


गौतमबुद्ध नगर के कक्षा 1 से 3 तक के 49.90 प्रतिशत बच्चे निपुण परीक्षा की ए प्लस की श्रेणी में आए हैं। इसी क्रम में वाराणसी दूसरे, कन्नौज तीसरे, अंबेडकरनगर चौथे, जौनपुर पांचवें स्थान पर रहा। टॉप टेन में आजमगढ़, महाराजगंज, महोबा, देवरिया और मऊ शामिल हैं। कक्षा 4 से 6 की निपुण परीक्षा की ए प्लस की श्रेणी में अंबेडकर नगर पहले, कन्नौज दूसरे, वाराणसी तीसरे, सुल्तानपुर चौथे, आजमगढ़ पांचवें स्थान पर रहा। जौनपुर, फतेहपुर, रायबरेली, गौतमबुद्धनगर और लखनऊ भी टॉप टेन में शामिल हैं।