731 अध्यापकों का पदोन्नति की सूची परिषद की वेबसाइट पर अपलोड


महराजगंज,। पदोन्नति का इंतजार कर रहे परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के इंतजार की घड़ी अब समाप्त हो गई है। बेसिक शिक्षा परिषद ने वरिष्ठता क्रम में रिक्त पदों के सापेक्ष 731 अध्यापकों का पदोन्नति की सूची परिषद की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। जल्द ही इन अध्यापकों को पदोन्नति व विद्यालय का आवंटन भी हो जाएगा।






प्रावि के सहायक अध्यापक का प्रावि का हेडमास्टर पद पर व जूनियर में सहायक अध्यापक पद पर पदोन्नति होनी है। इसके लिए जिले भर के सभी विद्यालयों के 1991 अध्यापकों की वरिष्ठता सूची तैयार कर उसमें आपत्ति मांगी गई थी। आपत्तियों के निस्तारण के बाद वरिष्ठता सूची को परिषद की वेबसाइट पर अपलोड किया गया था। वरिष्ठता सूची 1991 शिक्षकों की बनी लेकिन रिक्त पद केवल 731 ही हैं। ऐसे में परिषद ने पदोन्नति के लिए वरिष्ठता क्रम में ऊपर से 731 शिक्षकों की वरिष्ठता सूची जारी कर दी है। जिसमें प्रावि के हेडमास्टर व जूनियर विद्यालय के सहायक अध्यापक पद पर पदोन्नति दी जाएगी। परिषद की वेबसाइट पर अपलोड सूची अभी शिक्षकों को नहीं दिखेगी।



तो बिगड़ जाएगा स्थानांतरण का पेयर : परिषदीय विद्यालयों में अंतः



जनपदीय स्थानांतरण की कार्यवाही से पहले ही शिक्षक पदोन्नति हो रही है। जबकि शिक्षक पहले ही स्थानांतरण के लिए पेयर बनाकर आवेदन कर चुके हैं। दस माह पहले से ही परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों का अंतः जनपदीय स्थानांतरण के तहत शिक्षकों से आवेदन लिया गया था। इसमें शिक्षकों ने एक दूसरे से समन्वय बनाकर अपना अपना पेयर बनाकर विद्यालय आवंटन का विकल्प दिया था। अंतः जनपदीय स्थानांतरण में एक शिक्षक को उसके तैनाती वाले विद्यालय से हटाकर पेयर बाले विद्यालय पर तैनात किया जाना है। इससे अंत: जनपदीय स्थानांतरण और पदोन्नति से विद्यालय का तालमेल बिगड़ सकता है। शिक्षक की पदोन्नति होने के बाद पेयर बाले शिक्षक को दूसरे विद्यालय पर जाना पड़ सकता है।



गैर जनपद स्थानांतरण से बिगड

चुका है है तालमेल व पहले हो शिक्षकों

की कमी से जूझ रहे परिषदीय विद्यालय

गैर जनपदीय शिक्षक स्थानांतरण

शिक्षक छात्र अनुपात बिगड़ गया है।

गैर जनपदीय स्थानांतरण में महराजगंज

से स्थानांतरित होकर 345 शिक्षक

दूसरे जिले में चले गए हैं। वहीं दूसरे

जिले से केवल 34 शिक्षक हो आए।

जिससे कई विद्यालयों पर शिक्षक नहीं

हैं। शिक्षामित्रों के भरोसे जैसे जैसे बच्चों

की पढ़ाई हो रही है।