शिक्षा की दुकानों का हाल, बच्चे चार सौ से ज्यादा, शिक्षक चार


छात्र-शिक्षक अनपात का पालन न करने पर 528 स्कलों को नोटिस


अमृत विचारः शिक्षा के अधिकार के तहत नियमों के अनुसार 30 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक होना अनिवार्य है। इसके विपरीत जिले के 528 विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी है। कई स्कूलों में मानक से आधे टीचर भी नहीं हैं। इसमें निजी व सरकारी दोनों स्कूल शामिल हैं। बीएसए ने निजी स्कूलों को नोटिस जारी कर शिक्षकों की संख्या जल्द पूरी करने के निर्देश दिए हैं।


बुधवार को यू डायस पोर्टल की निगरानी के दौरान पता चला कि करीब 528 निजी व सरकारी स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात मानकों के अनुसार नहीं है। इससे कई स्कूलों में पढ़ाई समेत अन्य व्यवस्थाएं सुचारू नहीं हो पाती है। इसमें सर्वाधिक छात्र-शिक्षक अनुपात यूपीएस करेली का कम है।
यूपीएस करेली में विद्यार्थियों की संख्या 1241 है, इन विद्यार्थियों पर 16 शिक्षक हैं। जबकि मानक के अनुसार 35 शिक्षक होने चाहिए इस संबंध में बीएसए संजय सिंह ने बताया कि सभी निजी स्कूलों को जिनमें छात्र-शिक्षक अनुपात मानक के अनुसार नहीं है, उन्हें नोटिस देकर जल्द ही शिक्षकों की संख्या पूरी करने को लेकर निर्देशित किया है। वहीं सरकारी स्कूलों में शासन की ओर से नियुक्ति के बाद कमी को पूरा किया जाएगा।