कंपोजिट ग्रांट के नाम पर धांधली का आरोप



अलीगढ़। परिषदीय विद्यालयों का कायाकल्प कंपोजिट ग्रांट से होता है, लेकिन इसमें धांधली का आरोप प्रधानाध्यापकों ने लगाया है। उनके पास अधिकारियों के नाम से विक्रेताओं का सामान खरीदने के लिए फोन आ रहे हैं। इससे वह मानसिक तनाव में हैं। अब इस मामले में प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों ने बीएसए को पत्र भेजा है। उधर, शहर विधायक मुक्ता राजा ने इस मामले में बीएसए को जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।


प्रधानाध्यापकों ने बताया कि कंपोजिट ग्रांट विद्यालयों की जरूरतों पर खर्च करना होता है। इसके लिए बीएसए ने आदेश दिया था। उसकी अनुपालन हो रहा है। आदेश पर खंड शिक्षाधिकारी ने एतराज जताया। खंड शिक्षाधिकारी का नाम लेकर विक्रेता उन पर लगातार दबाव बना रहे हैं। उन्हें मानसिक तनाव से जूझना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में कंपोजिट ग्रांट खंड शिक्षाधिकारियों के खाते में भेज दी जाए। 100 विद्यार्थियों पर 25 हजार, 100 से अधिक विद्यार्थियों पर 50 हजार और 200 से अधिक विद्यार्थियों पर 75 हजार रुपये कंपोजिट ग्रांट के रूप में मिलते हैं। जिले में 2115 विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में तकरीबन ढाई लाख से ज्यादा विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। साथ ही 5000 रुपये प्रति विद्यालय वसूलने के लिए पत्र भी जारी किए गए हैं। इस संबंध में बीएसए डॉ. राकेश कुमार सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी।







प्रधानाध्यापक समेत शिक्षकों को नोटिस


अलीगढ़। टप्पल के संविलियन विद्यालय मालव में प्रधानाध्यापक और शिक्षकों के निर्धारित समय पर पहुंचने के चलते उन्हें नोटिस दिया गया है। खंड शिक्षाधिकारी टप्पल ने 19 अप्रैल को विद्यालय का निरीक्षण सुबह 8:10 बजे किया गया, लेकिन कोई भी शिक्षक व प्रधानाध्यापक नहीं पहुंचा। ब्यूरो