मम्मी-पापा मुझे माफ कर देना... लिखकर प्रतियोगी छात्र ने लगा ली फांसी

 प्रयागराज, । मम्मी-पापा मुझे माफ करना, मैं आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उत्तरा। इसलिए दुनिया छोड़कर जा रहा हूं...। सुसाइड नोट लिखकर कैंट इलाके में किराए पर रहने वाले 19 साल के प्रतियोगी छात्र धीरज कुमार सिंह ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। शुक्रवार सुबह उसका साथी कमरे पर दूध लेकर लिए पहुंचा तो कमरे में नजारा देखकर चीख पड़ा। पुलिस ने घरवालों को सूचना दी। गाजीपुर में कासिमाबाद के महकारी खास निवासी मदन सिंह किसानी करते हैं। उनके दो बेटियों और एक बेटे में धीरज सबसे छोटा था। वह कैंट के



ओमनगर मोहल्ले में किराए पर कमर लेकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करता था। शुक्रवार सुबह कुछ दूर पर रहने वाला उसका साथी अनुराग चाय बनाने के लिए दूध लेकर उसके कमरे पर पहुंचा। उसने आवाज दी, लेकिन दरवाजा नहीं खुला। इस पर धक्का दिया। धक्का देते ही दरवाजा खुल गया। कमरे में धीरज गमछे के सहारे फंदे पर झूल रहा था। सूचना पर कैंट

पुलिस पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि मम्मी-पापा मुझे माफ करना, मैं आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। इसलिए दुनिया छोड़कर जा रहा हूं। धीरज की मौत की खबर घर पहुंची तो रोते कलपते परिजन पहुंचे। बेटे का शव देखकर बिलख रहे थे। थाना प्रभारी कैंट ने बताया कि छात्र के कमरे से सुसाइड नोट मिला है। इससे लगता है कि वह डिप्रेशन में था। इसके चलते उसने जान दे दी।