लखनऊ के हजरतगंज में प्राथमिक विद्यालय नरही में आयोजित एफएलएन प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान बड़ा विवाद सामने आया। इस दौरान खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) प्रमेंद्र कुमार शुक्ल के साथ एक महिला शिक्षिका और उसके रिश्तेदार ने अभद्रता की, सरकारी दस्तावेज फाड़े और मारपीट की।
प्रशिक्षण के बीच हंगामा
बीईओ प्रमेंद्र शुक्ल कार्यक्रम की निगरानी के लिए पहुंचे थे। उसी बीच निरालानगर की सहायक अध्यापिका सुषमा मिश्रा बिना अनुमति हिजाब मुद्दे पर बोलने लगीं। उनकी लगातार आपत्तिजनक टिप्पणियों से माहौल तनावपूर्ण हो गया। प्रशिक्षकों और अन्य अध्यापकों के समझाने के बावजूद करीब 15 मिनट तक कार्यक्रम बाधित रहा।
रिश्तेदार ने बीईओ पर हमला किया
कुछ देर बाद सुषमा मिश्रा के रिश्तेदार अमरजीत मिश्रा बीईओ कार्यालय पहुंचे। शुरुआत में उन्होंने चाय पी और एरियर बिल निकाले जाने की बात की। बीईओ ने बताया कि अवकाश होने के कारण उस दिन लेखाधिकारी मौजूद नहीं हैं। इस पर अमरजीत मिश्रा भड़क गए।
आरोप है कि उन्होंने पहले गाली-गलौज की, फिर बीईओ के हाथ से सरकारी पत्र छीनकर फाड़ दिया। कॉलर पकड़कर खींचा और जमीन पर पटक दिया। इस हमले में हुए संघर्ष के दौरान बीईओ की आंख और माथे पर चोट आई। मौके पर मौजूद शिक्षकों — सुष्मिता, रोली शुक्ला, अश्वनी कुमार और शैफाली शर्मा ने बीच-बचाव कर किसी तरह अधिकारी की जान बचाई। आरोप है कि जाते-जाते अमरजीत मिश्रा ने बीईओ को जान से मारने की धमकी भी दी।
एफआईआर और विभागीय कार्रवाई
घटना की लिखित तहरीर बीईओ ने कोतवाली हजरतगंज में दी है। उन्होंने मांग की है कि सरकारी कार्य में बाधा, गाली-गलौज, दस्तावेज नष्ट करने और जानलेवा हमले समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज हो। तहरीर की कॉपी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, पुलिस कमिश्नर और सहायक पुलिस आयुक्त को भी भेजी गई है।