प्रयागराज। गवर्नमेंट पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन की शनिवार को विकास भवन में हुई बैठक में वित्त विधेयक वापस नहीं लेने पर चिंता व्यक्त की गई। सदस्यों ने आठवें वेतन आयोग के गठन में देरी को भी पेंशनर्स एवं कर्मचारी विरोधी कदम बताया। पेंशनर्स का कहना था कि वित्त विधेयक में कई प्रावधान सेवानिवृत्त कर्मचारियों को नुकसान पहुंचाने वाले हैं। ज्ञापन देने के बाद भी इसे वापस नहीं लिया गया। पेंशनर्स ने इस पर चिंता व्यक्त की।
उनका यह भी कहना था कि आठवें वेतन आयोग की घोषणा तो कर दी गई लेकिन अब तक गठन नहीं हुआ। उन्होंने आयोग के गठन के साथ पुरानी पेंशन की बहाली, वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराए में छूट की व्यवस्था लागू करने, डेढ़ वर्ष का फ्रीज महंगाई भत्ता के भुगतान, 65,70,75 वर्ष की आयु पूरी करने पर पांच-पांच
प्रतिशत पेंशन वृद्धि की भी मांग की।
निर्णय लिया गया कि इस बार अंतरराष्ट्रीय वृद्ध जन दिवस के के उपलक्ष्य में बुढ़ापे की लकड़ी सेवा समिति और पेंशनर्स संगठन की ओर से 12 अक्तूबर को को एनसीजेडसीसी में एक शाम सुरों के नामक कार्यक्रम होगा। वहीं, हरिकृष्ण गोसाई और टीम ने वृद्धावस्था में स्वस्थ रहने के उपायों पर चर्चा की।
हिंदी दिवस की पूर्व संध्या पर कवि गोष्ठी में पेंशनर्स ने रचनाओं के माध्यम से हमेशा खुश रहने का संदेश दिया। एसोसिएशन के अध्यक्ष आरएस वर्मा ने कहा कि हिंदी ही एक ऐसी भाषा है जो पूरे भारतवर्ष को एक सूत्र में जोड़ती है। बैठक में डॉ. पीके सिन्हा, उमेश शर्मा, डॉ. वीके श्रीवस्तवा, भगवती प्रसाद, आरडी कुशवाहा, राजेश यादव, सुशील श्रीवास्तव, योगेंद्र पांडेय मौजूद रहे।

