लखनऊ। समाज कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण ने कहा है कि प्रधानमंत्री के मिशन कर्मयोगी अभियान के तहत समाज कल्याण विभाग के अधिकारी और कर्मचारी अपनी कार्यकुशलता बढ़ाकर जनता को पारदर्शी और प्रभावी सेवाएं प्रदान करने के लिए दक्षता हासिल करने के लिए अग्रसर हैं। उन्होंने बताया कि 30 सितंबर तक कुल 3,900 अधिकारी, नियमित/संविदाकर्मी एवं शिक्षक आईजीओटी कर्मयोगी पोर्टल पर पंजीकृत हो चुके हैं।
इन कर्मचारियों ने अब तक 21,150 कोर्स पूरे किए, जिनमें लगभग 15,893 घंटे का प्रशिक्षण शामिल है। आंकड़ों के अनुसार, 2,759 कर्मचारियों ने कम से कम एक कोर्स, 2,289 कर्मचारियों ने तीन या उससे अधिक कोर्स पूरे किए हैं। वहीं, 1,611 कर्मचारी तीन से कम और 1,141 ने प्रशिक्षण पूरा नहीं किया है।
‘दक्षता से ही बढ़ेगी सेवा की गुणवत्ता’
समाज कल्याण राज्यमंत्री ने कहा कि मिशन कर्मयोगी का उद्देश्य प्रत्येक सरकारी अधिकारी और कर्मचारी को दक्ष, पारदर्शी और जवाबदेह बनाना है। इस प्रशिक्षण से अधिकारी नई कार्यशैली, नीतियों और प्रबंधन कौशल सीखकर जनता को और बेहतर सेवाएं प्रदान करेंगे।
नई तकनीक और पारदर्शिता पर जोर
प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में योग ब्रेक एट वर्कप्लेस से तनावमुक्त कार्यसंस्कृति का माहौल बनता है, जिससे कर्मचारियों की तकनीकी दक्षता, महिला सुरक्षा जागरूकता, पारदर्शिता और तनावमुक्त कार्यसंस्कृति को बढ़ावा मिलता है।