लखनऊ, परिषदीय स्कूलों में टोल फ्री नंबर नहीं लिखाने वाले प्रधानाध्यापकों को स्कूल शिक्षा महानिदेशालय ने चेतावनी जारी की है। स्कूल शिक्षा महानिदेशालय ने सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि ऐसे स्कूलों में टोल-फ्री नंबर को हर हाल में चस्पा कराएं या पेंट कराएं।
कड़े निर्देशों के बावजूद अब तक ऐसा नहीं किया गया है। यह स्थिति तब है जबकि शासन का स्पष्ट निर्देश है कि सभी परिषदीय स्कूल भवनों के बाहरी दीवारों पर सुस्पष्ट अक्षरों में विद्या समीक्षा केंद्र के टोल फ्री नंबर के अलावा उस जिले के डीएम, एसपी, बीएसए, क्षेत्रीय बीईओ तथा फायर सर्विस के नंबर अनिवार्य रूप से लिखवाया या चस्पा किया जाए।
इसके लिए स्कूल शिक्षा महानिदेशक की ओर से कड़े निर्देश भी जारी किए गए हैं। इसके बावजूद करीब 35 फीसदी स्कूलों द्वारा अब तक टोल-फ्री व अन्य जरूरी फोन नम्बर न तो लिखवाए गए न ही चस्पा किए गए। शासन ने इस प्रवृति को गम्भीरता से लेते हुए ऐसे स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, जिसके बाद स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने सभी कड़ी चेतावनी जारी करते हुए आगामी 15 अक्तूबर तक इस कार्य को हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि वे इस कार्य को पूरा कराकर महानिदेशालय को अवगत कराएं।
स्कूल भवन की बाहरी दीवार पर इन फोन नम्बरों को चस्पा कराना है अनिवार्य
प्रदेश के सभी परिषदीय स्कूलों में स्कूल भवन के बाहरी दीवारों पर विद्या समीक्षा केंद्र के टोल फ्री नंबर-18008893277 के अलावा संबंधित जिले के डीएम, एसएसपी, फायर ब्रिगेड व आपातकालीन सेवाओं के नम्बर सुस्पष्ट रूप में पेंट से लिखवाना या चस्पा कराना अनिवार्य है। ताकि अभिभावक और ग्रामीण या स्थानीय निवासी विद्यालय संबंधी शिकायतें सीधे दर्ज करा सकें।
प्रदेश में परिषदीय स्कूलों की स्थिति : -
प्राथमिक स्कूलों की संख्या- 1,11,614
जूनियर हाई स्कूलों की संख्या- 45,651