अब यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) से भुगतान के लिए पिन की जरूरत नहीं होगी। चेहरे की पहचान या फिंगरप्रिंट के जरिए ही लेनदेन किया जा सकेगा।
यह सुविधा बुधवार से शुरू होगी।
नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया मुंबई में आयोजित ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल में इस फीचर को प्रदर्शित करने जा रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार पेमेंट ऑथेंटिकेशन आधार में दर्ज बायोमीट्रिक डाटा के माध्यम से की जाएगी। यानी चेहरा या फिंगरप्रिंट आधार डाटा से मैच किया जाएगा, जिससे भुगतान की अनुमति मिलेगी।
डिजिल भुगतान को आसान और सुरक्षित बनाने के लिए राष्ट्रीय भुगतान निगम ने मंगलवार को यूपीआई से जुड़ी कई नई सुविधाएं शुरू की हैं। इसके तहत ग्राहक अब माइक्रो एटीएम पर यूपीआई से नकद निकासी कर सकेंगे। इसके उन्हें ‘यूपीआई कैश प्वाइंट’ पर जाना होगा, यानी ऐसी जगह जहां यूपीआई से नकद निकासी की सुविधा उपलब्ध होती है।
स्मार्ट चश्मे से भी भुगतान कर सकेंगे
वहीं, देश में अब वियरेबल स्मार्ट ग्लास (खास चश्मे) के जरिये यूपीआई लाइट सुविधा से भुगतान किया जा सकता है। इसके लिए उपयोगकर्ता को केवल क्यूआर को स्कैन करना और वॉयस कमांड देना होगा। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने मंगलवार को कहा कि इस सुविधा के लिए न तो मोबाइल फोन की जरूरत होगी और न ही कोई पिन नंबर ही दर्ज करना पड़ेगा। यूपीआई लाइट को छोटे मूल्य भुगतान के लिए विकसित किया गया है।
आरबीआई ने शुरू िकया डिजिटल मुद्रा ऐप
आरबीआई ने अब अपना केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) ऐप भी पेश कर दिया है। जिसे भीम ऐप के उपयोगकर्ता इस्तेमाल कर सकते हैं। ये डिजिटल रुपया अब पीयर-टू-पीयर सोलर ट्रेडिंग में भी इस्तेमाल हो सकेगा, जिसकी शुरुआत आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी. रबी शंकर ने की है। यह डिजिटल मुद्रा के इस्तेमाल का नया और महत्वपूर्ण उपयोग मामला ह।
संयुक्त खाते वालों के लिए भी यूपीआई सेवा
अब संयुक्त बैंक खाते या कई हस्ताक्षर
वाले खातों के ग्राहक भी यूपीआई से भुगतान कर सकेंगे। पहले यह सुविधा केवल एकल खातों के लिए थी। इसके साथ ही एनपीसीआई ने पेपाल के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी से भारतीय ग्राहक जल्द ही पेपाल वर्ल्ड प्लेटफॉर्म पर यूपीआई के ज़रिए भारतीय रुपये में विदेशी वेबसाइटों या व्यापारियों को भुगतान कर सकेंगे। यह सेवा इसी साल शुरू होने की उम्मीद है।