15 October 2025

अब आप फिर कहने को मजबूर होंगे कि जब जब (हिमांशु) ये कोर्ट जाता है तो कुछ न कुछ बवाल होता है :-

अब आप फिर कहने को मजबूर होंगे कि जब जब (हिमांशु) ये कोर्ट जाता है तो कुछ न कुछ बवाल होता है :- 



कल अपर मुख्य सचिव का आदेश हो गया है कि वरिष्ठ शिक्षकों जो कि इंचार्ज हैं उन्हें हेड के बराबर वेतन दिया जाए जो कि उन शिक्षकों की जीत है जो न्यायालय तक अपने हक़ के लिए पहुँचे। 
परंतु एक अच्छी चीज़ उस आदेश में ये है कि पदोन्नति के लिए भी आहट सुनाई दे गई है जो कि मैं कब से कह रहा हूँ कि लेकर रहूँगा इनके हाथ से ही वो भी डंके की चोट पर। हालाँकि सचिव महोदय के आदेश में कई त्रुटियाँ हैं पर उन्हें न्यायालय का माध्यम से ठीक करवा लिया जाएगा। 

पता नहीं ऐसा क्या लिखा है याचिका में हमारी WRIT A 523/2024 HIMANSHU RANA & OTHERS VS UNION OF INDIA & OTHERS & WRIT A 10581/2025 AVESH VIKRAM SINGH & OTHERS VS STATE OF UP & OTHERS में कि बवाल मचा पड़ा है और अभी तो मात्र केवल STAY और NOTICE ISSUE हुई है बहस तो हुई ही नहीं है ठीक से कि हड़कम्प मच गया है, हेड वापिस हो रहे हैं एकल वाले वापिस हो रहे हैं और अभी न जाने कितने और ज़िंदा पकड़ेंगे। 

ये जान लीजिए पदोन्नति के लिए न्यायालय से मार्ग प्रशस्त करवाएँगे और कई नवीन भर्ती की आस के पीड़ितों को अवसर प्रदान होने जा रहे हैं और साथ ही PTR की विस्तृत व्याख्या होने जा रही है। ये मामला इंद्रप्रस्थ तक जाएगा क्योंकि जो याचिका में हम माँग रहे हैं शायद ही किसी की हिम्मत हो उसको हाथ लगाने की लेकिन सर्वोच्च न्यायालय की मुहर के आदेश हैं जो हमने याचिका में लगाए हैं और ये भी हो सकता है इसके लिए ARTICLE 143 के अनुसार बड़ी बेंच बनानी पड़े। 

बस मेरा कहना ये है - चैन से नहीं बैठना है, प्रह्लाद चाचा कहे हैं न समय से पहले कोई नहीं जाएगा उसमें जोड़ देते हैं हम , समय से पहले कुछ नहीं होगा सबका समय तय है और जो होगा नियमों पर होगा (टीम राणा) । 

#rana