दिनांक 01.09.2025 माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए आज गोरखपुर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने ये 👇🏻 आदेश निकाला है । सुबह ही मैं आपको कहा था कि न जाने हिमांशु की याचिका में ऐसा क्या होता है जो कार्य तुरंत शुरू हो जाता है ।
बेसिक में बहुत बड़े बदलाव होने जा रहे हैं जो केवल हम जानते हैं कैसे सम्भालने हैं , हमारा सीधा से कहना है शिक्षकों को उनका अधिकार मिले , न्यायसंगत तरीके से कार्य हो और सबसे बड़ा किसी का शोषण न हो । अगर आप नियम पर हैं तो हमारे साथ हैं अन्यथा नहीं ।
बहुत लोगों को लगता था कि कुछ नहीं होगा जो सरकार चाहती है वो होगा तो अब ऐसा नहीं है , सरकार ने मर्ज़र चाहा , हुआ ?
सरकार ने समायोजन चाहा , हुआ ?
सरकार ने एनसीटीई के नियमों से ऊपर उठकर पदोन्नति चाही , हुई ?
ये सब कार्य आंशिक रूप से करकर ख़ुद पीछे कदम खींच ली लेकिन हमें तब तक भागना है जब तक कार्य पूर्ण न कर लें ।
सरकार के भरोसे रहोगे तो आपको आपके अधिकार नहीं मिलेंगे ।
पदोन्नति में लोग कह रहे थे कि नहीं सरकार जो चाहती है वो कर ले जाएगी (बिना TET के ) हमने कहा नहीं नियमों पर करवायेंगे, करवा रहे हैं और इसकी बानगी है ये गोरखपुर बीएसए द्वारा माँगी जा रही सूचना जो साफ़ प्रमाण हैं कि आने वाले समय में पदोन्नति होनी है और केवल प्राथमिक ही नहीं उच्च प्राथमिक में भी ।
माननीय न्यायालय का धन्यवाद जिसने stay & notice issue किया जो आज अधिकारियों को नियमानुसार कार्य करने को बाधित कर रही है और उसकी वजह है टीम राणा , जो कहते हैं करते हैं और अंत तक लड़ते हैं जो समय से नहीं जुड़ता है वो पछताने के अलावा कुछ नहीं करता है ।
#rana
आदेश में दो त्रुटि हैं दिनांक और जूनियर बेसिक स्कूल्स 😂