28 November 2025

अब बीएलओ एप में बदल सकेंगे मतदाताओं की श्रेणी

 

मतदाता सूची अभियान में सुधार प्रक्रिया होगी सरल, गलत श्रेणी में दर्ज हो चुके मतदाताओं को तुरंत मिलेगा समाधान

 लखनऊ: प्रदेश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान को अधिक पारदर्शी बनाने की दिशा में चुनाव आयोग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय किया है। अब बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) को एप में मतदाताओं की श्रेणी एडिट करने का अधिकार मिल गया है। यह कदम उस समस्या के समाधान के रूप में आया है, जिससे बीएलओ और मतदाता दोनों जूझ रहे थे। एसआइआर के तहत गणना प्रपत्रों को चार दिसंबर तक जमा किया जाना है।



इसमें मतदाताओं से वर्ष 2003 की मतदाता सूची का विवरण दर्ज करने को कहा गया है। कई मतदाताओं को यह विवरण नहीं मिल पा रहा था, जिसके चलते बीएलओ को उन्हें तीसरी श्रेणी (अनट्रेस/नाट वेरीफाई) में दर्ज करना पड़ रहा था। बाद में कई मतदाताओं ने अपना विवरण खोज भी लिया, लेकिन एप में इसे संशोधित करने की सुविधा उपलब्ध नहीं थी। इससे बीएलओ पर अनावश्यक दबाव बढ़ रहा था और मतदाताओं को भी कठिनाई हो रही थी।


सामान्य मतदाताओं के साथ ही समाजवादी पार्टी ने भी इस मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की थी। सपा का कहना था कि गलत श्रेणी में नाम दर्ज होने से बड़ी संख्या में मतदाता अनावश्यक रूप से तीसरी श्रेणी में आ गए हैं। इन सभी को


भविष्य में चुनाव आयोग की ओर से नोटिस मिलेगा व अन्य जटिलताओं का सामना करना पड़ेगा। इस समस्या को देखते हुए चुनाव आयोग ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए एप को अपडेट कर श्रेणी बदलने का विकल्प उपलब्ध करा दिया है।


आयोग के अनुसार, नई सुविधा से न केवल मतदाताओं को तत्काल राहत मिलेगी बल्कि मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण अभियान अधिक सटीक और सुचारू रूप से पूरा हो सकेगा। तीसरी श्रेणी के सभी मतदाताओं को आयोग नोटिस देगा और उन्हें यह प्रमाण देना होगा कि वह भारत के नागरिक हैं। इसके लिए आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, बिजली का बिल आदि आयोग को देना होगा। आयोग ने यह भी अपील की है कि यदि किसी मतदाता का नाम गलत श्रेणी में दर्ज हो गया है तो वह इसे दुरुस्त करा लें।


सभी अपना एसआइआर कराएं समस्या दिखे तो करें सूचित

 इटावा : सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार सुबह सैफई में अपना गणना प्रपत्र भरकर जमा किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि सभी लोग अपना विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) कराएं और कुछ भी समस्या या गड़बड़ी दिखाई दे तो उन्हें सूचित करें। तहसील प्रशासन की टीम में शामिल बीएलओ विमलेश कुमारी, सुपरवाइजर लेखपाल अनूप यादव व महेंद्र प्रताप सिंह ने फार्म भरने में सपा अध्यक्ष की मदद की। सभी औपचारिकताओं के बाद अखिलेश ने फार्म पर हस्ताक्षर किए।

7.34 करोड़ गणना प्रपत्रों का हुआ डिजिटाइजेशन


राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ प्रदेश में मतदाता सूची के चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान के तहत गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। गुरुवार की रात तक 7.34 करोड़ मतदाताओं के गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन का काम हो गया है। यह कुल मतदाताओं का लगभग 48 प्रतिशत है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने सभी मतदाताओं से अपील की है कि वे शीघ्र अपना गणना प्रपत्र भरकर नवीनतम पासपोर्ट आकार की फोटो के साथ अपने संबंधित बीएलओ को उपलब्ध कराएं, ताकि सूची संशोधन समय पर पूरा हो सके। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया कि जहां प्रगति कम है, वहां बीएलओ को प्रोत्साहित करते हुए अतिरिक्त कार्मिकों की तैनाती सुनिश्चित की जाए। साथ ही शहरी क्षेत्रों में गणना प्रपत्रों को जमा करने के अभियान को गति देने के लिए भौगोलिक रूप से भिज्ञ एनसीसी, एनएसएस, स्वयंसेवी संस्थाओं और नगरीय निकायों के कार्मिकों का सहयोग लेने को कहा गया है।