28 November 2025

शिक्षकों ने टीईटी अनिवार्यता के विरोध में सांसद को सौंपा ज्ञापन

 

Rampur राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के बैनर तले सैकड़ों शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बुधवार को आंबेडकर पार्क में एकत्र होकर टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) को सेवारत शिक्षकों के लिए अनिवार्य करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने इसे लाखों शिक्षकों की नौकरी और आजीविका पर खतरा बताया।

महासंघ के जिलाध्यक्ष रवेंद्र गंगवार के नेतृत्व में हुए धरने को संबोधित करते हुए जिला महामंत्री विपेंद्र कुमार ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार आरटीई एक्ट में 10 अगस्त 2017 के संशोधन के तहत देश भर के बेसिक शिक्षा के सभी सेवारत शिक्षकों को टीईटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया गया है। इससे लाखों शिक्षकों की नौकरी पर संकट मंडरा रहा है।

जिला उपाध्यक्ष सोनी गुप्ता ने कहा कि एनसीटीई की गाइडलाइंस के अनुसार अधिकांश सेवारत शिक्षक आयु सीमा और अन्य शर्तों के कारण टीईटी परीक्षा देने के लिए पात्र ही नहीं हैं। ऐसे में यह नियम लागू होना पूरी तरह अन्यायपूर्ण है।

धरने के बाद शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने संभल के सांसद मोहिबुल्लाह नदवी को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि संसद में इस मुद्दे को उठाया जाए और सेवारत शिक्षकों को टीईटी से छूट दिलाई जाए।

इस मौके पर हंसराज पटेल, नरेंद्र पाठक, चिरंजीव कुमार, राकेश कुमार, अनीता शर्मा सहित बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।