योगी सरकार नए साल पर 24 आईएएस अफसरों को प्रमोशन का तोहफा देगी। यूपी कॉडर के वर्ष 2001 बैच के चार आईएएस अधिकारी शशि भूषण लाल सुशील, अजय कुमार शुक्ला, अपर्णा यू व एसवीएस रंगाराव प्रमुख सचिव बनेंगे। वर्ष 2010 बैच के 20 आईएएस अधिकारी विशेष सचिव से सचिव के पद पर पदोन्नत होंगे।
मुख्य सचिव एसपी गोयल की अध्यक्षता में इन अधिकारियों को पदोन्नति देने के लिए डीपीसी हो चुकी है और साल के पहले दिन यानी एक जनवरी से पदोन्नति आदेश प्रभावी होगा। उत्तर प्रदेश में हर साल दिसंबर में आईएएस अफसरों को पदोन्नति देने के लिए डीपीसी होती है। इसमें 25 साल की बेदाग सेवा करने वाले आईएएस अधिकारियों को प्रमुख सचिव के पद पर पदोन्नति दी जाती है। इस साल वर्ष 2001 बैच के आईएएस अफसरों को पदोन्नति प्रमुख सचिव के पद पर मिलेगी। डीपीसी में देवीपाटन मंडल के मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील, सचिव नगर विकास अजय कुमार शुक्ला, सचिव चिकित्सा शिक्षा अपर्णा यू और सदस्य राजस्व बोर्ड एसवीएस रंगाराव के नामों पर विचार हुआ है।
इसके अलावा 16 साल की सेवा पूरी करने वाले वर्ष 2010 बैच के 20 अफसरों को सचिव पद पर पदोन्नति देने के लिए उनके नामों पर विचार हुआ। इस बैच की दुर्गा शक्ति नागपाल ही केवल मौजूदा समय लखीमपुर में डीएम हैं और अधिकारी या तो विशेष सचिव के पद पर तैनात हैं या फिर उन्हें सचिव स्तर के पद का प्रभार देते हुए तैनाती दे दी गई है। डीपीसी में वर्ष 2013 बैच वालों को सिलेक्शन ग्रेड व 2017 बैच वालों को एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड पे देने के लिए एक-एक नामों पर विचार हुआ। नियुक्ति विभाग पदोन्नति संबंधी आदेश जल्द जारी करेगा, जो एक जनवरी 2026 से प्रभावी माना जाएगा।
पदोन्नति के बाद होंगे तबादले
प्रमुख सचिव से लेकर सचिव स्तर तक के पदों पर पदोन्नति होने के बाद उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में एक बार फिर बड़ा बदलाव होगा। प्रमुख सचिव बनने वाले अधिकारियों को स्वतंत्र रूप से विभागों का दायित्व सौंपा जाएगा और सचिव बनने वालों को मंडलायुक्त बनाने के साथ विभागों का दायित्व सौंपा जाएगा। कुछ जिलों में डीएम के भी बदले जाएंगे।

