प्रयागराज,\। केंद्र व प्रदेश सरकार के सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने आठवें वेतन आयोग के टर्म्स ऑफ रिफ्रेंश की शब्दावली पर चिंता व्यक्त की। कन्फेडरेशन ऑफ सेंट्रल गवर्नमेंट इंप्लाइज एंड वर्कर्स, सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन, यूनाइटेड फोरम ऑफ पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन, गवर्नमेंट वेलफेयर पेंशनर्स एसोसिएशन और एजी यूपी पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के नेताओं ने आठवें वेतन आयोग में उपयोग की गई शब्दावली पर सोमवार को विनायक लताकुंज में बैठक की।
आठवें वेतन आयोग की विसंगतियों पर सभी संगठनों ने 15 दिसंबर को सिविल लाइंस में पत्थर गिरजाघर के सामने धरना देने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया। कन्फेडरेशन ऑफ सेंट्रल गवर्मेंट इंप्लाइज एंड वर्क्स के अध्यक्ष सुभाष पांडेय ने बताया कि बैठक में कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के वेतन में संशोधन व पेंशन भोगियों के बीच में भेदभाव को लेकर भी चिंता व्यक्त की गई। बैठक में सभी ने वित्त अधिनियम 2025 में रखे गए वेलिडेशन क्लॉज के माध्यम से पेंशन में अपनी इच्छानुसार बदलाव करने की शक्ति प्राप्त कर लेने और पूर्व में न्यायालय के आदेशों को अतिक्रमित करते हुए लागू करने की सरकार की मनसा का आरोप लगाया गया। अध्यक्ष ने बताया कि ऐसी परिस्थिति में सभी संगठनों के पदाधिकारियों ने एकसुर में कहा कि अब कड़े संघर्ष का समय आ गया है। सभी पेंशनर्स, शिक्षक और केंद्र व राज्य के सभी कर्मचारियों को एकजुट होकर आरपार की लड़ाई लड़नी होगी। पत्थर गिरजाघर के सामने धरना दोपहर 12 से तीन बजे तक होगा। इसके बाद प्रधानमंत्री, वित्तमंत्री, कैबिनेट सचिव व पेंशनर्स सचिव को संबोधित ज्ञापन दिया जाएगा। बैठक में आईटीईएफ के नेता केकेएन कुट्टी की तीसरी पुण्यतिथि पर सभी ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान आरपी पांडेय, हरीश चंद्र श्रीवास्तव, संत लाल सोनकर, सुशील कुमार श्रीवास्तव, योगेंद्र कुमार पांडेय, आरएस वर्मा, ऋषिश्वर उपाध्याय आदि मौजूद रहे।

