प्रदेश भर में परिषदीय स्कूलों में 97 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए उबाल, आचार संहिता से पूर्व विज्ञापन जारी करने की मांग

परिषदीय स्कूलों में 97 हजार शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर शुक्रवार को प्रदेश भर में छात्र सड़क पर उतरे। जिले में प्रतियोगी छात्रों ने भाजपा कार्यालय, सांसद आवास का घेराव किया। इसके बाद जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन दिया। अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी कि आचार संहिता से पूर्व सरकार प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करे, अन्यथा प्रतियोगी छात्र चुप नहीं बैठेंगे।  



प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे डीएलएड उत्तीर्ण पंकज कुमार मिश्र, अभिषेक तिवारी और आलोक मिश्र विलौरा का कहना है कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता भी लग सकती है। ऐसे में आचार संहिता से पहले सरकार पूरे 97 हजार शिक्षकों की भर्ती का विज्ञापन जारी करें। उनका कहना है कि कुछ दिन पूर्व सरकार की तरफ से 17 हजार पदों पर भर्ती का एक आदेश आया, प्रशिक्षित इस आदेश से आक्रोशित हैं। बीते तीन साल से शिक्षक भर्ती के लिए डीएलएड प्रशिक्षित दर दर भटक रहें हैं। सरकार हमारी मांगों को लगातार अनसुना कर रही है। इससे अभ्यर्थी नाराज हैं।


इसी क्रम में अभ्यर्थियों ने पूरे प्रदेश में प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद की। जिले में सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी पहले भाजपा कार्यालय पहुंचे। यहां महानगर अध्यक्ष के न मिलने पर भाजपा सांसद केसरी देवी पटेल के आवास पर पहुंचे। सांसद को ज्ञापन देकर भर्ती का विज्ञापन जारी करवाने की मांग की। सांसद ने अभ्यर्थियों के समक्ष ही शिक्षक भर्ती के लिए सीएम को पत्र लिखा। इसके बाद अभ्यर्थी डीएम कार्यालय पहुंचे और अपनी मांगों का ज्ञापन दिया। प्रदर्शन में अश्वनी सिंह, प्रशांत ,राहुल यादव, अनंत, पवन पांडेय, अंजली, रोहित, अंकित, सुनील आदि मौजूद रहे।