रसोइयों को मिले राज्य कर्मचारी का दर्जा

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश मिड डे मील वर्कर्स यूनियन से संबद्ध ऐक्टू के राज्यव्यापी आह्वान पर रसोइए सिविल लाइंस में धरना स्थल पर प्रदर्शन के लिए जुटे। प्रदर्शन के दौरान सरकार से राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग की गई। अंत में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया।


धरने को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश मिल डे मील वर्कर्स यूनियन की जिला संयोजक नीलम निषाद ने कहा कि रसोइयों को देने के लिए सरकार के पास कुछ नही है। मात्र 500 रुपये भत्ते की बढ़ोत्तरी की घोषणा की गईं है, जो परिवार चलाने के लिए बहुत ही कम है। वह भी समय से नहीं मिलता। इतना ही नहीं, स्कूलों में रसोइयों से झाड़ू-पोछा और शौचालय तक भी साफ करवाया जाता है। धरने का समर्थन करते हुए ऐक्टू के राष्ट्रीय सचिव डॉ. कमल उसरी ने कहा कि कोरोना संकट के समय इन्हीं रसोइयों ने क्वारंटीन सेंटरों पर अपने जीवन की परवाह किए बगैर रातदिन भोजन बनाया। सरकार को इन्हें कोरोना वारियर्स का सम्मान देते हुए सरकारी कर्मचारी का दर्जा दे। प्रदर्शन में मंजू देवी ,गोदावरी, रेणु मीरा, रोजी, प्रदीप ओबामा आदि मौजूद रहे।