कोरोना की मार व चुनावी बयार में ऑनलाइन पढ़ाई का बंटाधार


ज्ञानपुर। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर शिक्षण संस्थाओं में 23 जनवरी तक छुट्टी हो गई है। विधानसभा चुनाव और कोविङ वैक्सीनेशन में शिक्षकों की ड्यूटी लगाए जाने से ऑनलाइन पढ़ाई भी खानापूर्ति बन गई है। ऐसे में परीक्षा की तैयारी में लगे विद्यार्थियों की चिंता बढ़ गई है।

जिले के 183 माध्यमिक और इंटर कॉलेजों में करीब 80 हजार छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं, जबकि 892 सरकारी और 800 से अधिक मान्यता प्राप्त विद्यालयों में तीन लाख से अधिक पहली से आठवीं तक के बच्चे पंजीकृत हैं।

वर्ष 2021 में कोरोना की दूसरी लहर में स्कूल बंद रहने पर ऑनलाइन शिक्षा छात्र-छात्राओं के लिए सहायक बना, लेकिन 2022 में यह व्यवस्था धराशाई होने लगी
है। ठंड और कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर 16 जनवरी तक पूर्व में ही स्कूल बंद रहे। अब 23 जनवरी तक स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है।


ऑनलाइन पढ़ाई पर जोर है, लेकिन वैक्सीनेशन अभियान संग शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव में लगा दी गई है। इससे कुछ गिने-चुने परिषदीय स्कूलों को छोड़ दिया जाए तो ऑनलाइन शिक्षा नहीं हो रही है। इससे हाईस्कूल और इंटर के छात्र- छात्राओं को बोर्ड परीक्षा की तैयारी सता रही है, जबकि पहली से आठवीं तक के बच्चे कोर्स भूलने लगे हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक एनएल गुप्ता ने कहा कि ऑनलाइन कक्षा संचालन का निर्देश मिला है, लेकिन कोरोना संक्रमण को लेकर स्कूलों में वैक्सीनेशन कार्य चल रहा है। इससे अभी ऑनलाइन पढ़ाई नहीं हो पा रही है।

बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि 2021 की तरह स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई के निर्देश दिए गए हैं। चुनाव ड्यूटी में लगे शिक्षक फरवरी से प्रभावित होंगे।