उच्च प्राथमिक विद्यालय के मैदान में बनेगा बैडमिंटन कोर्ट


 नगर के आस-पास के लोगों को मिलेगा पसीना बहाने का अच्छा मौका 
गजरौला। नगर पालिका के सामने उच्च प्राथमिक विद्यालय के मैदान में जल्द ही बैडमिंटन कोर्ट बनेगा। बच्चों के खेल के मैदान के साथ ही कड़ाके की सर्दी में दोपहर को धूप में बैठने की कमी दूर होगी। आस पास के लोग स्कूल की छुट्टी के बाद बैडमिंटन कोर्ट में पसीना बहाकर स्वास्थ्य लाभ उठा सकेंगे।


दरअसल नगर पालिका के सामने उच्च प्राथमिक विद्यालय नगर के सबसे पुराने स्कूलों में गिना जाता था। प्राचीन हो जाने के कारण इसका भवन जर्जर हो गया था। लोक निर्माणविभाग ने स्कूल भवन को जर्जर घोषित किया तो उसे ध्वस्त कर दिया गया। मगर उसका मलबा इधर उधर पड़ा रहा। जिसके चलते स्कूली बच्चों को दो उन कमरों में बैठाया जाने लगा, जिनमें पहले बेसिक शिक्षा विभाग की पुस्तक रखी जाती थीं।
उधर मलबा पड़ा होने के कारण खेल का मैदान नहीं बचा था मजबूरी में बच्चे पथरीले मैदान में खेलते थे। इससे बच्चों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता था। कई बार पैर में कंकड़ चुभने से बच्चे चोटिल हो जाते थे। अब बच्चों को खेल का मैदान तैयार करने के लिए जहां तहां पड़े मलबे का उठाने का काम शुरू हो गया है। साथ ही जहां पर नीचा है, उसमें भराव डालने के बाद समतल कराए जाने की तैयारी है। काफी काम हो भी गया है।
प्रधानाध्यापिका रेखा रानीका कहना है कि मैदान में बैडमिंटन कोर्ट बनाया जाएगा। इसका पैसा स्वीकृत हो गया है। भराव डालने के बाद मैदान सही हो जाएगा। स्कूल के बच्चों के खेल के मैदान की कमी दूर होगी। प्रतियोगिता कराने में भी दिक्कत सामने नहीं आएगी। बैडमिंटन कोर्ट बन जाने के बाद
आस पास के लोगों और युवाओं को पसीना बहाने के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। वह यहीं पर खेल सकेंगे।
दूसरे मैदान में खेलने को मजबूर हैं बच्चे
गजरौला परिषदीय विद्यालय में 536 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन उनके लिए खेल का मैदान नहीं है। मध्य अवकाश के बाद या कोई प्रतियोगिता होने पर बच्चों को दूसरे मैदान में ले जाना पड़ता है। मगर बैड मिंटन कोर्ट बन जाने के बाद बच्चों के सामने आ रही समस्या दूर होगी। उनके खेल कूद के लिए किसी दूसरे मैदान में जाना नहीं पड़ेगा। संवाद