छह माह से नहीं मिला जिले के रसोइयों को मानदेय

 

विद्यालयों 1600 बच्चों और 7 अध्यापक, कैसे सुधरेगी शिक्षा का स्तर, शिक्षकों को इलेक्शन ड्यूटी के साथ अन्य कार्य भी 

हाथरस । बेसिक शिक्षा basic shiksha का स्तर सुधारने के लिए कान्वेंट स्कूलों schoolकी तर्ज पर बच्‍चों को शिक्षा देने की बात फाइलों तक सीमित होकर रह गई है। इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि नगर क्षेत्र में चल रहे 19 स्कूलों school में 1600 बच्‍चों को सिर्फ सात अध्यापक Teacher's ही पढ़ाने के लिए हैं ये हैं मानक


विद्यालयों school में मानक के अनुसार 40 विद्यार्थियों students पर एक शिक्षक Teacher की तैनाती होनी चाहिए। कुल 1600 विद्यार्थियों पर 40 शिक्षकों का होना जरूरी है।


चार शिक्षकों पर 19 विद्यालयों के प्रभारी प्रधानाध्यापक का चार्ज


19 विद्यालय में तैनात चार पुरुष शिक्षकों पर प्रभारी प्रधानाध्यापक का चार्ज है, क्योंकि इन विद्यालयों में स्थायी प्रधानाध्यापक नहीं है। इन शिक्षकों की मूल तैनाती स्कूल पर पढ़ाई के अलावा देखरेख व अन्य कार्य भी करने पड़ते है। कभी-कभी ऐसा होता है कि ये शिक्षक Teacher अपने विद्यालय के अलावा दूसरे विद्यालयों school की देखरेख भी नहीं कर पाते हैं।


इलेक्शन ड्यूटी व अन्य कार्य भी


इन शिक्षकों के पास इलेक्शन Election का काम भी रहता है। पिछले दो महीने से जनपद में इलेक्शन Election काम चल रहा है। वोट बनाने से लेकर वोट vote डलवाने के लिए पीठासीन अधिकारी की भी जिम्मेदारी निभाते हैं। इसके अलावा अन्य कार्यों में भी शिक्षकों teachers को लगाया जाता है। 



इनका कहना है


मुझे नगर क्षेत्र के विद्यालयों का चार्ज अभी मिला है। पहले से सादाबाद व सहपऊ ब्लाक क्षेत्र के विद्यालय भी हैं। शिक्षकों की कमी पहले से ही चल रही है।


शुभम कुमार, Bio खंड शिक्षाधिकारी