परिषदीय विद्यार्थियों के सीखाने-समझाने के तौर तरीकों में होगा बदलाव

नोएडा। कार्यालय संवाददाता

जिले के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा गुणवत्ता सुधारने के लिए अब ब्लूटूथ स्पीकर का प्रयोग किया जाएगा। इसकी खरीदारी विद्यालय प्रबंधक समिति (एसएमसी)  से होगी। ब्लूटूथ स्पीकर की डिजिटल शिक्षा से बच्चों की अंग्रेजी, गणित समेत अन्य विषयों का ज्ञान दिया जाएगा। डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शासन ने यह कदम उठाया है। इस तकनीक के जरिए शिक्षक अपने मोबाइल और लैपटॉप से बच्चों को डिजिटल शिक्षा दे सकेंगे। विद्यालय स्तर पर स्पीकरों की खरीदारी शुरू हो चुकी है। खरीदारी के लिए प्रत्येक विद्यालय को दो हजार रुपए मिले हैं।


दरअसल, इस बार के बजट में केंद्र सरकार ने डिजिटल शिक्षा को ज्यादा बढ़ावा दिया है। कोरोना संक्रमण काल के कारण बने हालातों को देखते हुए वन क्लास, वन चैनल योजना शुरू की जाएगी। इसके लिए चैनलों की संख्या भी 200 तक बढ़ा दी है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार भी परिषदीय स्कूलों की शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए विभाग कई योजनाएं चला रहा है। परिषदीय स्कूल बंद होने के बाद भी शिक्षक मोहल्ला कक्षाएं चलाकर बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं। अब परिषदीय स्कूलों के बच्चों को ब्लूटूथ स्पीकर से शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है। जिले के 511 परिषदीय स्कूलों में एक लाख से अधिक विद्यार्थी शिक्षा ले रहे हैं। अप्रैल में बेसिक विभाग का नया सत्र शुरू होने से पहले मार्च तक सभी स्कूलों में ब्लूटूथ स्पीकर की खरीदारी करना सुनिश्चित किया गया है ताकि नए सत्र में शिक्षक विद्यार्थियों के सीखाने व समझाने के तौर तरीकों में बदलाव कर सके। अबतक सभी स्कूल में दीक्षा एप से ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है। खरीदे गए ब्लूटूथ स्पीकरों की गुणवत्ता जांच एक गठित कमेटी करेगी। शिक्षक मोबाइल और लैपटॉप के जरिए दीक्षा एप और यूट्यूब से ऑडियो ब्लूटूथ स्पीकरों से छात्रों को सुनाएंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी धर्मेंद्र सक्सेना ने बताया कि स्पीकर खरीदारी के लिए प्रत्येक विद्यालय को दो हजार रुपए दिए जाएंगे। नए सत्र से यह डिजिटल पढाई सुनिश्चित की गयी है।