अगले दो-तीन माह में सौ शैक्षणिक टीवी चैनल शुरू करने की तैयारी


कोरोना संकटकाल में आनलाइन और डिजिटल शिक्षा को भले ही मजबूरी में अपनाया गया था, लेकिन अब यह बच्चों को घर बैठे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने का एक अहम जरिया बन गया है। यही वजह है कि सरकार इस दिशा में तेजी से बढ़ने को तत्पर है। खास बात यह है कि बजट में सरकार ने 200 नए शैक्षणिक टीवी चैनलों को शुरू करने की जो घोषणा की है, उस पर पहले ही काम शुरू हो चुका है। इसके तहत अगले दो-तीन महीनों में करीब सौ टीवी चैनलों को शुरू करने की तैयारी है। इनमें कई ऐसे चैनलों को भी शुरू करने की योजना है, जिनके जरिये सिर्फ व्यवसायिक शिक्षा दी जाएगी।

जिन चैनलों को शुरू करने की योजना है उनमें करीब सौ चैनल अकेले स्कूली शिक्षा के लिए होंगे। इसी तरह उच्च शिक्षा के लिए भी करीब 50 चैनल शुरू होंगे, जबकि व्यवसायिक शिक्षा और तकनीकी शिक्षा के लिए भी कुछ समर्पित चैनलों को शुरू करने की योजना है। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, मौजूदा समय में पीएम ईविद्या योजना के तहत 12 टीवी चैनल संचालित किए जा रहे हैं। इनमें पहली से 12वीं तक के लिए एक-एक समर्पित चैनल है। वैसे तो इन्हें काफी पहले ही शुरू होना था,लेकिन विषय वस्तु (कंटेंट) तैयार होने में देरी के चलते काफी देरी से शुरू किया गया था। इस विषय वस्तु को दूसरी भाषओं में अनुवाद कर तेजी से लाने की तैयारी है।

शिक्षा मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने के लिए डिजिटले शिक्षा उपयोगी पहल है। वैसे भी मौजूदा समय में जिस तरह ज्यादातर स्कूलों में गणित व विज्ञान सहित दूसरे वैकल्पिक विषयों के शिक्षक नहीं हैं, उनमें छात्रों को देश के सबसे बेहतरीन शिक्षकों से पढ़ने का मौका मिलेगा। इसका सबसे ज्यादा फायदा ग्रामीण व दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों को मिलेगा जो अभी बेहतर स्कूलों की पहुंच से दूर हैं। वे घर बैठे टीवी चैनलों के माध्यम से पढ़ाई जारी रख सकेंगे। इंटरनेट आदि की जरूरत भी नहीं रहेगी।