बच्चे तो पहुंच गए लेकिन शिक्षक मिले नदारद, रोका वेतन

 

झांसी। शासन की मंशानुसार सरकारी योजनाओं को धरातल पर लाने के लिए लगातार मशक्कत की जा रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार ने विकासखंड की विभिन्न ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्य, विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया।



सीडीओ के औचक निरीक्षण में कार्यों में देरी होने पर नाराजगी व्यक्त की। इसके साथ ही उन्होंने विद्यालय में नदारद मिले शिक्षक व अनुदेशक पर कार्रवाई करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। बबीना विकास खंड को ग्राम पंचायत मुवावली, घुड़पुरा, खाड़ी के निरीक्षण  में उन्होंने बुडपुरा में मनरेगा योजना  के कार्यों को देखा जहाँ काम असतोषजनक पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की और समय से मजदूरी का भुगतान कराने के निर्देश दिए। वहीं ग्राम पंचायत बुडपुरा में संचालित संविलियन विद्यालय (कक्षा 1 से 8) के निरीक्षण में विद्यालय तो खुला मिला लेकिन कई शिक्षक व अनुदेशक नदारद मिले। जिनपर कार्रवाई के निर्देश देते हुए वेतन रोक दिया गया। बुडपुरा के विद्यालय में आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन न होने पर कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने एक नई व्यवस्था लागू कि जिसमें विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्रों पर सभी शिक्षक व अनुदेशक समय से पहुंचे। अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई जो रोज समयानुसार विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण कर रिपोर्ट देंगे। अगर उनकी रिपोर्ट संतोषजनक नहीं पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी। वहीं उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी कार्य में शिथिलता बरती जाएगी तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।