मध्याह्न भोजन के लिए स्कूलों में खरीदे जाएंगे बर्तन, बनेगी आदर्श रसोई

Sambhal: परिषदीय विद्यालयों में आदर्श रसोई बनाई जाएगी। रसोई मद में बदलाव किया गया है। अब बच्चों की संख्या के आधार पर विद्यालयों को बजट जारी किया जाएगा। मध्याह्न भोजन के लिए बर्तन व अन्य सुविधाएं जुटाई जाएंगी। अब बच्चों को घर से बर्तन लाने की आवश्यकता नहीं होगी।

संभल जनपद में 1289 परिषदीय विद्यालय हैं। इनमें करीब 2.25 लाख बच्चे पंजीकृत हैं। शिक्षा निदेशक अनामिका सिंह की ओर से भेजा गया पत्र विभाग को प्राप्त हो गया है। पत्र में बताया कि मध्याह्न भोजन योजना के तहत विद्यालयों की रसोई को अब आदर्श बनाया जाएगा। विद्यालयों में छात्र संख्या के आधार पर धनराशि मुहैया कराई जाएगी। नई व्यवस्था के अनुसार 50 छात्र संख्या तक वाले विद्यालयों को दस हजार रुपये, 150 छात्र संख्या तक 15 हजार रुपये, 250 छात्र संख्या तक 20 हजार रुपये और 250 से अधिक संख्या होने पर 25 हजार रुपये विद्यालय को दिए जाएंगे। नए शिक्षा सत्र में यह व्यवस्था की जा रही है तथा रसोई मद में धनराशि दी जाएगी। प्रत्येक विद्यालय को पहले पांच हजार रुपये बर्तन व अन्य उपकरण खरीदने को धनराशि उपलब्ध कराई जाती थी। अब छात्र संख्या के आधार पर धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।


पंजीकृत छात्र विद्यालयों की संख्या
50 छात्र संख्या तक 76
51 से 150 तक 636
151 से 250 तक 350
251 से ऊपर 180
विभाग को रसोई मद के लिए पहले ही छात्र संख्या के हिसाब से मांग भेजी थी। अब पंजीकरण लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे में कुछ विद्यालयों की मद की श्रेणी में परिवर्तन हो सकता है। शासन के निर्देश मिल गए हैं, लेकिन अभी बजट आना बाकी है।
दीनदयाल शर्मा, डीसी एमडीएम संभल