कौशाम्बी: मंगलवार को बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों के औचक निरीक्षण में कड़ा ब्लॉक के परिषदीय स्कूलों में नियुक्त शिक्षकों की बेपरवाही सामने आ गई। बीएसए प्रकाश सिंह की अगुवाई में निकली 15 टीमों को सुबह पौने आठ बजे तक तीन विद्यालयों में ताले बंद मिले। जबकि, अन्य 68 स्कूलों के 21 शिक्षक, शिक्षिकाएं एवं अनुदेशक गैरहाजिर मिले। बीएसए ने ताला बंद स्कूलों के हेडमास्टरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वहीं, गैरहाजिर शिक्षकों का वेतन एवं अनुदेशक का मानदेय रोक दिया।
महानिदेशक बेसिक शिक्षा ने बीएसए को हफ्ते भर का अभियान चलाकर परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण करते हुए शिक्षकों की नियमित उपस्थिति, समय सारिणी के अनुसार विद्यालय का संचालन, निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए पठन-पाठन व अन्य विद्यालयी क्रियाकलापों को दुरुस्त करने का निर्देश दिए हैं।
इसी क्रम में बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों एवं जिला समन्वयकों समेत 15 अफसरों की टीम के साथ कड़ा ब्लॉक क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों का मंगलवार की सुबह औचक निरीक्षण किया। बीएसए ने बताया कि अफसरों की टीम ने क्षेत्र के 68 विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान कंपोजिट विद्यालय जफरपुर, प्राथमिक विद्यालय नज्जू का पूरा एवं किरहियापर समेत तीन स्कूलों का सुबह 7:45 बजे तक ताला नहीं खुला था। मौके पर न तो कोई शिक्षक था और न ही कोई विद्यार्थी।
ताला बंद मिले इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापक क्रमश: ऊषा देवी, सुषमा गुप्ता एवं गौरव दुबे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा निरीक्षण किए गए अन्य विद्यालयों में 21 शिक्षक, शिक्षकाएं एवं अनुदेशक गैरहाजिर मिले। बगैर किसी सूचना के ड्यूटी से गैरहाजिर शिक्षकों का वेतन और अनुदेशकों का मानदेय रोक दिया गया।