Primary ka master: एक शिक्षक निलंबित, 23 अध्यापक, अनुदेशक एवं शिक्षामित्र का रोका वेतन

 Prayagraj , कड़ा के बाद अब सरसवां ब्लॉक क्षेत्र के स्कूलों में नियुक्त शिक्षकों की बेपरवाही उजागर हुई। बीएसए प्रकाश सिंह की अगुवाई में शिक्षा विभाग के 16 अफसरों की टीम ने बुधवार को क्षेत्र के 72 परिषदीय स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान एक शिक्षक अग्रिम हस्ताक्षर बनाकर ड्यूटी से गायब मिला। जबकि 23 शिक्षक, शिक्षामित्र एवं अनुदेशक गैरहाजिर मिले। अग्रिम हस्ताक्षर बनाने वाले शिक्षक को बीएसए ने निलंबित करने के साथ ही गैरहाजिर 23 शिक्षकों, शिक्षामित्र एवं अनुदेशकों का वेतन/मानदेय रोक दिया।

शासन-प्रशासन की सख्ती के बावजूद परिषदीय स्कूलों के शिक्ष

कों की आदतों में सुधार नहीं आ रहा है। इससे परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन का माहौल नहीं बन पा रहा है। इसे देखते हुए महानिदेशक बेसिक शिक्षा ने बीएसए को हफ्ते भर का अभियान चलाकर परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण करते हुए शिक्षकों की नियमित उपस्थिति, समय सारिणी के अनुसार विद्यालय का संचालन एवं निपुण भारत मिशन के लक्ष्य के ध्यान में खते हुए पठन पाठन व अन्य विद्यालयी क्रियाकलापों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया है।

अभियान के दूसरे दिन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह की अगुवाई में सभी खंड शिक्षा अधिकारी एवं जिला समन्वयकों समेत 16 अफसरों की टीम ने सरसवां क्षेत्र के 72 विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। प्राथमिक विद्यालय ऊनौ का निरीक्षण करने पहुंचे बीएसए को चौंकाने वाली जानकारी मिली। यहां नियुक्त सहायक अध्यापक स्वामी अंतर खुदा एक दिन पहले ही उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर बनाने के साथ ही लॉग बुक में गांव भ्रमण दर्ज कर गायब मिला।
आशंका होने पर बीएसए ने शिक्षक को फोन किया तो उन्होंने रिसीव नहीं किया। इस पर उन्होंने विद्यालय में 15 मिनट रुककर इंतजार करने का मैसेज मोबाइल पर भेजा। इस पर भी कोई रिस्पांस नहीं मिला। उधर बीएसए के तेवर देख स्कूल के अन्य शिक्षक सकते में आ गए और असलियत बता दिया। इस पर बीएसए ने तत्काल प्रभाव से शिक्षक स्वामी अख्तर खुदा को सस्पेंड कर दिया। साथ ही अन्य अफसरों के निरीक्षण में गायब मिले 23 शिक्षकों, शिक्षामित्र एवं अनुदेशकों के वेतन/मानदेय रोकने की कार्रवाई कर दी।