ज्ञानपुर। स्कूल में देर से आना और जल्दी जाना शिक्षकों के लिए आसान नहीं होगा। अब उन्हें स्कूल खुलने से 15 मिनट पूर्व आना होगा और छुट्टी होने के आधे घंटे बाद ही जाना होगा। इसे प्रभावी बनाने के लिए शिक्षा निदेशक ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा है। सुधार न होने वाले स्कूलों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
जिले में 892 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं। जिसमें चार हजार से अधिक शिक्षक, अनुदेशक और शिक्षामित्र हैं। स्कूल के कायाकल्प से लेकर पठन-पाठन में सुधार को लेकर शासन स्तर से विशेष पहल की जा रही है। साल दर साल व्यवस्था में तमाम बदलाव भी हो रहे हैं, हालांकि इसके बाद भी बड़ी
संख्या में ऐसे शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं, जो समय से नहीं आते हैं और पहले ही निकल जाते हैं। ऐसे शिक्षकों पर लगाम लगाने के लिए शिक्षा महानिदेशक ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा है।
पत्र में कहा गया है कि सभी शिक्षक स्कूल शुरू होने के 15 मिनट पहले और छुट्टी के 30 मिनट बाद तक रुकेंगे। विद्यालयों में पढ़ाई के लिए निर्धारित अवधि में कोई शिक्षक स्कूल से बाहर नहीं रहेगा। इस दौरान स्कूल में उपस्थित रहकर पंजिका तथा अन्य अभिलेख अपडेट करेंगे। अगले दिन की पढ़ाई की रूपरेखा तैयार करके जाएंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि महानिदेशक का पत्र आया है। खंड शिक्षा अधिकारियों को इसको प्रभावी बनाने का निर्देश दिया गया है.
अतिरिक्त समय में क्या करेंगे शिक्षक
- समय सीमा के भीतर संपूर्ण पाठयक्रम को पूरा कराना।
- प्रत्येक बालक की शिक्षा ग्रहण करने के सामर्थ्य का निर्धारण करना और यथा अपेक्षित अतिरिक्त शिक्षण, यदि कोई हो जोड़ना ।
- माता-पिता तथा संरक्षकों के साथ नियमित बैठकें करना और बालक की प्रगति आदि की जानकारी देना।
- निपुण का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए रह संभव प्रयास करना । अगले दिन की कार्ययोजना को तैयार करेंगे।