सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित होंगे पूर्वांचल के नौ डायट


वाराणसी। शिक्षकों के प्रशिक्षण का केंद्र जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) जल्द ही अत्याधुनिक शिक्षण व प्रशिक्षण सुविधाओं से लैस नजर आएगा। पूर्वांचल के नौ जिलों में डायट को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।

पूर्वांचल के नौ जिलों के डायट को कुल 1 करोड़ 80 लाख रुपये की धनराशि शासन से भेजी गई है। एक सेंटर को विकसित करने पर 20 लाख का खर्च आएगा। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में प्रारंभिक शिक्षा से जुड़ी विभिन्न गतिविधियां कराई जाती हैं। इन सभी गतिविधियों के गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन के लिए उपकरणों की खरीद के साथ अन्य सुविधाओं के लिए धनराशि उपलब्ध कराई गई है। जिसके बाद शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण दिया जा सकेगा।

सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने के बाद शिक्षक प्रशिक्षण के दौरान आईसीटी का प्रयोग कर सकेंगे। इससे बच्चों की अधिगम क्षमता में सुधार होगा।

पुस्तकालय संग मिलेगी कंप्यूटर लैब की सुविधा

परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके लिए उन्हें डायट पर जाना होता है। ऐसे में शिक्षकों को डिजिटल प्रशिक्षण देने के लिए डायट को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां शिक्षकों के लिए पुस्तकालय के साथ कंप्यूटर लैब की सुविधा उपलब्ध होगी।


इन जिलों के डायट बनेंगे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
वाराणसी, आजमगढ़, बलिया, भदोही, गाजीपुर, जौनपुर, मऊ, मिर्जापुर, सोनभद्र जिलों के डायट को उत्कृष्ट केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना है। इन डायट केंद्रों पर बिजली के साथ फर्नीचर, फोटो कॉपी मशीन, स्टेशनरी व शिक्षकों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।


डायट सेंटर को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तौर पर विकसित करने को लेकर प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे शासन स्तर से मंजूरी मिल चुकी है। जल्द ही इसको लेकर कार्य शुरू हो जाएगा। -
उमेश शुक्ला, डायट प्राचार्य