विद्यालयों में पठन-पाठन के दौरान अब नहीं जाएगी बिजली

 गाजीपुर। छात्रों के बेहतर पठन- पाठन के साथ ही कार्यालय कार्य के संचालन में अब बिजली बाधक नहीं बनेगी। इसके लिए समग्र शिक्षा अभियान के तहत राजकीय विद्यालयों में आनग्रिड सोलर पावर प्लांट लगाए जाएंगे तीन लाख की लागत वाले पांच किलोवाट क्षमता के प्लांट की लगाने के लिए जिले के  11 राजकीय विद्यालयों का चयन किया गया है। प्लांट लगाने  वाली फर्म जल्द ही विद्यालयों का सर्वे करेगी। 






बेहतर पठन-पाठन के लिए विद्यालयों में वाई-फाई, स्मार्ट क्लास, बच्चों के लिए कंप्यूटर शिक्षा, कक्षाओं में प्रकाश, पंखों आदि सुविधा के लिए बिजली की  जरूरत होती है। बिजली की जरूरत पूरी करने के लिए मौजूदा समय में सोलर लाइट एक बेहतर विकल्प है इसको ध्यान में रखते हुए समग्र शिक्षा अभियान के तहत प्रदेश के 1070 राजकीय विद्यालयों में अनग्रिड सोलर पावर प्लांट लगाए जाने है। 

योजना में जिले के 11 राजकीय हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट कालेजों का चयन किया गया है। इसमें नौ इंटर कालेज है जबकि दो राजकीय हाईस्कूल है। इसके लिए विद्यालय




में न्यूनतम पांच किलोवाट का विद्युत अधिभार होना जरूरी है। इससे कम लोड होने पर उनको अधिभार में वृद्धि करानी होगी। अनग्रिड सोलर पावर प्लांट लगाए जाने के लिए यूपीनेडा को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है। बताया गया है कि पांच केवी से एक दिन में 20 यूनिट बिजली मिलेगी।



जिला विद्यालय निरीक्षक अशोकनाथ तिवारी ने बताया कि सोलर प्लांट की स्थापना के लिए 11 राजकीय विद्यालयों का चयन किया गया है। जिन विद्यालयों में न्यूनतम पांच किलोवाट विद्युत अधिभार नहीं हैं, उन विद्यालयों में इसे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही कार्यदायी संस्था सर्वे शुरू करेगी।