‘पेंशनर बोझ नहीं, वरिष्ठ नागरिक हैं’

 पेंशनर्स देश पर बोझ नहीं है, बल्कि समाज के वरिष्ठ नागरिक हैं। इसके बावजूद राज्य सरकार व ऊर्जा निगमों के आदेशों को लागू कराने के लिए उन्हें बेवजह कार्यालयों का चक्कर लगाने पड़ते हैं। यह बात विद्युत पेंशनर्स परिषद के प्रमुख महामंत्री कप्तान सिंह ने कही। वह बुधवार को कैसरबाग स्थित गांधी भवन में संगठन के 35वें अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे।



उन्होंने बताया कि महंगाई राहत के शासनादेश को सीधे कोषागार से लागू कराया जाए। 14 जनवरी 2000 के पूर्व मिल रही रियायती विद्युत सुविधा लागू कराया जाए। कैशलेस इलाज की सुविधा, पेंशनरों के द्वारा 65, 70, 75 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर पांच प्रतिशत की पेंशन में वृद्धि प्रदान की जाए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने कहा कि पेंशनरों का पूर्ण सम्मान होना चाहिए। उन्होंने 80 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके परिषद के सदस्यों को सम्मानित किया।


बीबी गोयल अध्यक्ष व एमए आलम महासचिव निर्वाचित


केंद्रीय निर्वाचन अधिकारी जीएन अग्रवाल ने विद्युत पेंशनर्स परिषद की प्रबंध कार्यकारिणी समिति का वर्ष 2023-24, 2024-25 द्विवार्षिक निर्वाचित पदाधिकारियों की घोषणा की। इसमें अध्यक्ष बीबी गोयल, उपाध्यक्ष आरबी लाल और बीबी मिश्रा, प्रमुख महासचिव कप्तान सिंह, महासचिव एमए आलम, एसके मिश्रा, बल्देव वर्मा व एचसी पंत, उप महासचिव दशरथ सिंह, एमसी सक्सेना, मोहम्मद अहमद और राघवेन्द्र दत्त वर्मा चुने गए।