शामली: एक बार फिर से ऑडिट टीम ने वेतन, दिव्यांगता, वार्षिक एवं मकान भत्ता और ग्रेड पे आदि में वृद्धि कर करीब तीन करोड़ की हेराफेरी का मामला उजागर करते हुए बीएसए को पत्र लिखकर रिकवरी के आदेश दिए हैं। इस कार्रवाई के जद में विभागीय बाबू पर भी गाज गिर सकती है। बीएसए की माने तो इसकी रिकवरी आरोपी शिक्षकों व कर्मियों से की जाएगी। जरूरत पड़ने पर वेतन से भी कटौती होगी।
बता दें कि जिले में करीब 596 प्राइमरी व जूनियर हाईस्कूल संचालित हैं। इन स्कूलों में करीब 77 हजार से अधिक बच्चे अध्ययनरत हैं। शिक्षक-शिक्षकाओं एवं अन्य कर्मचारियों की तैनाती हजारों में है।
जानकारी के मुताबिक वर्ष 2019-20 एवं वर्ष 2021-22 में कई शिक्षक और कर्मचारियों ने वेतन, दिव्यांगता, वार्षिक एवं मकान भत्ता और ग्रेड पे के नाम पर विभाग को तीन करोड़ से अधिक का चूना लगाया है।
ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी विभागीय अधिकारी न हो लेकिन शिक्षक संगठन के दवाब के चलते अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई थी। अब स्थानीय निधि लेखपा परीक्षा विभाग प्रयागराज के उपनिदेशक ने अपनी रिपोर्ट तीन करोड़ रुपये का हेराफेरी होना बताया है। साथ ही बीएसए कोमल को रिकवरी कराने के आदेश दिए हैं।
100 शिक्षक-कर्मी है लपेटे में, कार्रवाई शुरू
बीएसए ने बताया कि करीब 100 शिक्षक व कर्मचारियों ने विभागीय स्तर पर कमीशनबाजी और मिलीभगत से लगभग तीन करोड़ का रुपये का हेराफेरी करने काम किया है। इस मामले में विभागीय स्तर पर कार्यवाही शुरू कर दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि 22 शिक्षकों ने वेतन वृद्धि में लगभग एक करोड़ 31 लाख 5200हजार रुपये , 21 शिक्षकों ने दिव्यांगता भत्ते में लगभग 30 लाख 96000 रुपये ग्रेड पे में 20लाख 64000 रुपये का गोलमाल किया है।
यह मामला पुराना है। इस तरह के हेराफेरी व गोलमाल करने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों को चिन्हित कर सूची तैयार की जा रही है। वित्तीय लेखाधिकारी को पत्र लिखकर उक्त धनराशि की वसूली की कार्यवाही करने के लिए पत्र लिखा गया है। - कोमल, बीएसए शामली।