कुछ अलग: यूपी में ग्रामीण छात्रों की पहली पसंद डॉक्टर बनना

 बरेली। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों की कॅरियर के रूप में पहली पसंद डॉक्टर बनना है। 15.35 फीसदी छात्र-छात्राएं डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करना चाहते हैं। आर्मी की तरफ बालकों और शिक्षक बनने की तरफ बालिकाओं का रुझान है। आईएएस-आईपीएस बनने की इच्छा बहुत दिखी है। इन बच्चों को कॅरियर गाइडेंस के लिए पंख पोर्टल से जोड़ा जा रहा है।



इंटरनेट से हो रही पढ़ाई

सर्वे में 70 जिलों के 2100 गांवों में डिजिटल लर्निंग से जुड़े आंकड़े जुटाए गए। पाया गया कि 14 वर्ष के 77.3 विद्यार्थी स्मार्ट फोन और इंटरनेट का पढ़ाई में बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं। इनमें 78.7 और 75.8 छात्राएं शामिल हैं।

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हर शनिवार काउंसलिंग

नोडल अधिकारी कुसुमलता ने बताया कि सर्वे, फीडबैक से छात्रों की कॅरियर की इच्छा पता चल रही है। छात्रों का पंख पर पंजीकरण के साथ स्कूलों में हर शनिवार दो कक्षाएं कॅरियर काउंसिलिंग की लगाई जा रही हैं।


छात्रों के परिवेश से जुड़ी है पसंद

एनजीओ प्रथम के रीजनल कोआर्डीनेटर दुर्गेश मिश्रा ने बताया, छात्र आसपास जैसी चीजें देखते हैं, उसी आधार पर कॅरियर विकल्प बनाते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल सुविधाओं की कमी है। इसीलिए बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं डॉक्टर बनना चाहते हैं।