23 May 2025

13 शहीद सैनिकों के परिजनों को मिली सरकारी नौकरी

 

13 शहीद सैनिकों के परिजनों को मिली सरकारी नौकरी



लखनऊ। प्रदेश सरकार ने शहीद सैनिकों के परिजनों को सरकारी नौकरी देने का निर्णय लिया है। प्रमुख सचिव एल. वेंकटेश्वर लू ने इस बाबत सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास निदेशक को आदेश दिया है।


इसमें कहा गया है कि 13 शहीद सैनिकों के परिजनों को अनुकंपा के आधार पर जिला सैनिक कल्याण

प्रमुख सचिव ने 13 शहीदों के परिजनों को नौकरी देने का जारी किया आदेश एवं पुनर्वास कार्यालयों में कनिष्क सहायक के पद पर तैनाती दी जाए। बता दें, सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों यूपी के शहीद सैनिकों के

परिजनों को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी।


आदेश के मुताबिक 19 जुलाई 2023 को शहीद हुए देवरिया निवासी कैप्टन अंशुमान सिंह (कीर्ति चक्र) के भाई घनश्याम सिंह को राजधानी स्थित सैनिक कल्याण निदेशालय में नियुक्ति दी गई है। इसी तरह 23 दिसंबर 2022 को शहीद हुए एटा निवासी सिपाही भूपेंद्र सिंह की पत्नी सारिका को फर्रुखाबाद, 2 सितंबर 2020 को शहीद प्रतापगढ़

निवासी नायक रवि शंकर सिंह की पत्नी रीतू सिंह को गाजियाबाद, 7 अक्तूबर 2021 को शहीद फतेहपुर निवासी हवलदार राजेश कुमार की पत्नी अंजली को फतेहपुर, 22 नवंबर 2022 को शहीद बलिया निवासी नायब सूबेदार बदन यादव की बेटी प्रिया यादव को लखनऊ निदेशालय में नियुक्ति दी गई है।


वहीं 21 दिसंबर 2023 को शहीद हुए कानपुर नगर निवासी नायक करन कुमार की पत्नी अंजू


को इटावा, 4 अक्तूबर 2023 को शहीद हुए देवरिया निवासी नायक संदीप मिश्रा की पत्नी श्वेता मिश्रा को देवरिया, 16 अक्तूबर 2021 को शहीद हुए हरदोई निवासी हवलदार सत्यम कुमार पाठक के बेटे प्रिंस आकाश को हरदोई, 27 अक्तूबर 2021 को शहीद कन्नौज निवासी सीओएम हरिओम के भाई मोहन चंद्र की एटा में तैनाती हुई है।


इनके अलावा 5 जून 2017 को शहीद हुए मधुरा निवासी हवलदार


विनोद कुमार की बेटी शशि कुमारी को मथुरा, 20 अगस्त 2023 को शहीद प्रतापगढ़ निवासी नायब सूबेदार लालजी यादव के बेटे सत्यम यादव को प्रतापगढ़, 27 जुलाई 2024 को शहीद हुए बदायूं निवासी रायफलमैन मोहित राठौर की पत्नी रुचि को बदायूं और 4 अक्तूबर 2023 को शहीद हुए बिजनौर निवासी सिपाही नितिन कुमार की पत्नी माला को मेरठ में तैनाती दी गई है।