लखनऊ। मलिहाबाद के प्राथमिक विद्यालय जालामऊ का विलय होने से रोक दिया गया है। बच्चों ने बुधवार को पुराने स्कूल में पढ़ाई की तो उनके चेहरे से रूठी मुस्कान भी लौट आई।
बच्चों ने शिक्षकों से ज्यादा देर पढ़ाई कर 20 दिनों से छूटी पढ़ाई पूरा करने का वादा भी किया। उधर, छात्राएं भी पुराने विद्यालय लौटकर खुश दिखीं।
पूरे प्रदेश में कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक स्कूलों का पास के विद्यालयों में विलय किया गया है। इसके तहत मलिहाबाद के प्राथमिक विद्यालय जालामऊ का रेलवे ट्रैक पार स्थित सहिजना गांव में विलय कर दिया गया था। गांव के लोगों ने इसका विरोध किया था।
उनका कहना था कि कम उम्र के बच्चे रेलवे ट्रैक पार कर स्कूल नहीं जा सकेंगे, बावजूद इसके अधिकारियों ने स्कूल का विलय दूसरे गांव में कर दिया। इसका असर बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ा
प्राथमिक विद्यालय जालामऊ का विलय कर दिए जाने से 27 बच्चों ने पढ़ाई बंद कर दी थी।
अमर उजाला ने इस मुद्दे को बुधवार के अंक में प्रमुखता से उठाते हुए इस संबंध में जिम्मेदार अधिकारियों से मामले में पक्ष जाना था। इस पर बीएसए ने स्कूल विलय का फैसला रोकने की बात कही थी।
रेलवे ट्रैक पार स्कूल विलय करने का फैसला बेसिक शिक्षा विभाग का लापरवाही पूर्ण निर्णय था, जिसे वापस ले लिया गया। जालामऊ में दोबारा स्कूल खुलने पर ग्रामीणों, शिक्षकों और बच्चों ने अमर उजाला को धन्यवाद कहा