उत्तर प्रदेश के दो शिक्षकों भदोही के रामलाल सिंह यादव और मिर्जापुर की मधुरिमा तिवारी को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार मिलेगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सोमवार को इस वर्ष के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार की घोषणा कर दी है। देश भर से कुल 45 अध्यापकों को इस वर्ष का यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिलेगा।
इस सूची में यूपी के दो शिक्षक हैं। इनमें उच्च प्राथमिक विद्यालय बदवापुर, भदोही के राम लाल सिंह यादव, कम्पोजिट विद्यालय रानी कर्णावती, मिर्जापुर की मधुरिमा तिवारी हैं। पांच सितंबर को नई दिल्ली में चयनित शिक्षकों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पुरस्कार देंगी। संवार रहे सपने P19
मिर्जापुर। लाल डिग्गी स्थित पीएमश्री कंपोजिट स्कूल रानी कर्णावती की प्रधानाध्यापिका मधुरिमा तिवारी को भी राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार मिला है। 2017 में विद्यालय में नियुक्ति से पहले वहां 56 छात्र थे, जिसे मेहनत और लगन से चार गुना बढ़ाकर 218 पहुंचा दिया। 2019 में स्कूल को जिले का पहले स्मार्ट क्लास का तमगा भी मिला। मधुरिमा ने बताया कि दो शिक्षकों के बल पर नामांकन संख्या बढ़ाने पर उन्हें 2022-23 में राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित किया गया था। इसके बाद स्कूल में इनफार्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नॉलाजी (आईसीटी लैब), रोबोटिक क्लास उपलब्धि भी जुड़ी।
शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए भी पुरस्कृत की जा चुकीं मधुरिमा के पति जान्हवी प्रकाश ज्ञानानंद इंटर मीडिएट कॉलेज पड़री में प्रधानाचार्य हैं। मधुरिमा की नियुक्ति 2009 में बतौर सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय बहरछठ, पटेहरा में हुई थी।
राम लाल ने कम संसाधनों के बावजूद संवारा विद्यालय और छात्रों का भविष्य
भदोही। चितईपुर विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामलाल सिंह यादव को शिक्षा क्षेत्र में अप्रतिम योगदान के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार मिलेगा। उनकी बड़ी खूबी चुनैातियों को अवसर में बदलना है। वह 12 मई, 2015 को प्रधानाध्यापक बने। विद्यालय में नियुक्ति हुई तो भौतिक संसाधनों समेत कई दिक्कतें थीं। अपने प्रयास से जिले का पहला स्मार्ट स्कूल बनाया। बच्चों को नवोदय, यशस्वी स्कॉलरशिप,समेत कई प्रतियोगिताओं के लिए तैयार किया। 150 से अधिक छात्रों ने सफलता दिलाई। सात जुलाई 2011 को चितईपुर विद्यालय में अध्यापक बने। 15 नवंबर 2014 को स्मार्ट क्लास की स्थापना की।
प्रधानाध्यापक बनने के बाद रामलाल यादव ने बच्चों को सामान्य ज्ञान, सप्ताह, फल-फूलों के नाम और अंग्रेजी भाषा में संवाद के लिए तैयार किया। 2022 में इसे एससीईआरटी ने उत्कृष्ट विद्यालय पुरस्कार दिया। एससीईआरटी की प्रतियोगिताओं में उन्हें 17 पुरस्कार मिले।