मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में कार्य करने वाले प्रत्येक युवा को न्यूनतम वेतन की गारंटी दी जाएगी। कोई भी कंपनी या नियोक्ता कर्मचारी का शोषण नहीं कर पाएगा। नियुक्ति देने वाली कंपनियां कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन सुनिश्चित करेंगी, जबकि इसके अतिरिक्त चार्ज की जिम्मेदारी सरकार उठाएगी।
मुख्यमंत्री ने ये बातें मंगलवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में तीन दिवसीय रोजगार महाकुंभ 2025 का शुभारंभ करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपार ऊर्जा का स्रोत बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी युवा आबादी इस राज्य के लिए सौभाग्य है। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि यह व्यवस्था युवाओं को सम्मानजनक रोजगार, नौकरी की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करेगी। सरकार की नीति है कि उद्यम भी चलें और किसी का शोषण भी न हो।
रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रहा यूपी: मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी पूरा-का-पूरा गांव रोजगार के लिए प्रदेश छोड़कर पलायन करता था, लेकिन आज वही उत्तर प्रदेश भीतर ही रोजगार उपलब्ध करा रहा है। यह परिवर्तन बीते 8 वर्षों में हुए सुनियोजित प्रयासों का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि आज यूपी की प्रतिभा की मांग केवल देश में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में हो रही है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन रोजगार और विकसित भारत के संकल्प का हिस्सा है। हर युवा को उसकी योग्यता के अनुसार काम मिलना जरूरी है। जहां अवसर मिला, वहां इन युवाओं ने प्रतिभा और सामर्थ्य से लोहा मनवाया है।