मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अच्छी पुस्तक योग्य मार्गदर्शक बनकर सदैव हमारे जीवन का पथप्रदर्शक बनती हैं और जीवन को आगे बढ़ाती हैं। उन्होंने बच्चों और युवाओं से स्मार्टफोन पर समय कम बिताकर कम से कम एक घंटा रचनात्मक और ज्ञानवर्धक पुस्तकों को पढ़ने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित चौथे गोमती बुक फेस्टिवल का उद्घाटन किया और इस मौके पर नन्हे-मुन्ने बच्चों से आत्मीय संवाद किया। उन्हें पुस्तकों से परिचित कराने के महत्व पर जोर दिया। स्कूली छात्राओं और आंगनबाड़ी दीदीयों को पुस्तकें भेंट की। उन्होंने भारतीय मनीषियों और ऋषियों का उदाहरण देते हुए कहा कि हमारे यहां याज्ञवल्क्य जैसे ऋषियों ने समाज को ज्ञान का मार्ग दिखाया। उन्होंने याज्ञवल्क्य ऋषि और उनकी पत्नियों कात्यायिनी व मैत्रेयी का प्रसंग सुनाते हुए बताया कि ज्ञान की खोज जीवन का सर्वोच्च लक्ष्य होना चाहिए। नेशनल बुक ट्रस्ट की सराहना करते हुए कहा कि इसने लगातार गोमती बुक फेस्टिवल की परंपरा को आगे बढ़ाया है। इस वर्ष के फेस्टिवल में ढाई सौ से अधिक स्टॉल हैं, जिनमें बाल रचनाकारों से लेकर प्रख्यात लेखकों की पुस्तकें विभिन्न भाषाओं में प्रदर्शित और बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री ने बच्चों को ‘एग्जाम वारियर्स’ पुस्तक भेंट की, जिसे प्रधानमंत्री द्वारा लिखा गया है। उन्होंने कहा कि यदि बच्चे इस पुस्तक के सभी बिंदुओं का अध्ययन करें तो किसी भी परीक्षा या प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त करना आसान हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने भारतीय ज्ञान परंपरा का उल्लेख करते हुए तक्षशिलाविवि, पाणिनी, सुश्रुत और ब्रह्मवेत्ताओं की उपलब्धियों का उल्लेख किया। तक्षशिला का नाम भगवान राम के भाई भरत के पुत्र तक्ष के नाम पर रखा गया था।
पुस्तकें नि:शुल्क पढ़ें
नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया निशुल्क हजारों ई-बुक्स पढ़ने को दे रहा है। इसके लिए एनबीटी इंडिया के ऐप राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय को डाउनलोड करना होगा। इसमें 23 भाषाओं में लिखीं तीन हजार से ज्यादा ई-बुक्स निशुल्क उपलब्ध हैं। इसका मुख्य उद्देश्य डिजिटल माध्यम से बढ़ावा देना है।
पुस्तक मेले में आएं और एक किताब जरूर खरीदें
उन्होंने स्वस्थ नारी, सशक्त समाज के संदेश को भी दोहराया और कहा कि यदि महिलाएं स्वस्थ होंगी तो समाज और राष्ट्र सशक्त होंगे। उन्होंने लखनऊ के सभी स्कूलों के बच्चों से अपील की कि वे इस बुक फेस्टिवल में आएं और हर छात्र कम से कम एक पुस्तक जरूर खरीदें। गोमती बुक फेस्टिवल 20 से 28 सितंबर तक आयोजित रहेगा। मुख्यमंत्री ने सुनीता शुक्ला, दीपमाला, कुसुम, पूनम पाल, विनीता पाठक, तारावती जैसी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को पुस्तकें प्रदान की।