महमूदाबाद। बीईओ के खराब प्रबंधन के चलते प्राथमिक विद्यालय नदवा में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर गई है। विद्यालय में पढ़ाई करने के लिए संबद्ध हुए दो शिक्षकों के मंगलवार को भी विद्यालय न पहुंचने के कारण 61 बच्चों की पढ़ाई का पूरा जिम्मा महज दो शिक्षकों के भरोसे रहा।
बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह की बेल्ट से पिटाई करने वाले शिक्षक बृजेंद्र कुमार वर्मा से हुए विवाद के कारण विद्यालय में पहले ही तीन दिन तक पढ़ाई बाधित रही थी। जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद निलंबित शिक्षक संतोष वर्मा की स्कूल में वापसी हुई है। जिसके बाद स्कूल का ताला खुला और बच्चे पढ़ने को तैयार हुए। मंगलबार को स्कूल भी खुला। निलंबित शिक्षक संतोष वर्मा के अलावा प्राथमिक विद्यालय सुहेला के शिक्षक सुनील कुमार ही विद्यालय पहुंचे। जबकि शिक्षामित्र अनुराग श्रीवास्तव अवकाश पर रहे।
बीईओ ने पहले सुनील कुमार और बनवीरपुर के सदगुरू को विद्यालय से संबद्ध किया था। दोनों ही शिक्षक विद्यालय नहीं पहुंचे। इनमें से सदगुरू चिकित्सकीय अवकाश पर चले गए। अगले दिन बीईओ ने पैगरवा के समरेंद्र और कंजीखेड़ा के अखलाक को विद्यालय से संबद्ध कर दिया लेकिन यह दोनों शिक्षक भी मंगलवार को विद्यालय नहीं पहुंचे।
पांच शिक्षकों की तैनाती का निर्देश
विवाद के बाद जिलाधिकारी अभिषेक आनंद भी नदवा स्कूल पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने बीईओ को विद्यालय में कम से कम पांच शिक्षकों की तैनाती का निर्देश दिया था। इसके बावजूद अभी तक विद्यालय में सभी शिक्षकों की तैनाती नहीं हो सकी है, जिन शिक्षकों को संबद्ध किया जा रहा है। वह भी विद्यालय नहीं पहुंच रहे हैं।