रायबरेली,। स्थानीय अधिकारियों और प्रभावी लोगों के कहने पर बेसिक शिक्षा विभाग में सम्बद्धीकरण का खेल चल रहा है। इस सम्बन्ध में अपर मुख्य सचिव के द्वारा पत्र जारी होने के एक हफ्ते बीत गए हैं लेकिन अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वैसे अब यह खेल बेसिक शिक्षा विभाग में नहीं चल पाएगा। इसके लिए कड़े निर्देश जारी किए गए हैं।
इस मामले में बीती 21 अक्टूबर को अपर मुख्य सचिव पार्थिव सेन शर्मा ने पत्र जारी कर जो भी कर्मचारी सम्बद्ध हैं इनको मूल स्थान में तैनाती की रिपोर्ट दस दिन के अंदर मांगी है। अभी तक इस मामले में जिले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि बीएसए ऑफिस में तीन बाबू और नौ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संबद्ध हैं। इसमें कई ब्लॉकों में कार्य करने वाले कर्मचारी यहां कई वर्षों पड़े हुए हैं और मलाईदार पटलों पर तैनात हैं। यह लोग अधिकारियों के खास भी बने हुए हैं। इन लोगों पर इस आदेश के बाद अब मूल तैनाती स्थल पर जाने की तलवार लटक गई है। वैसे इस आदेश को आए एक सप्ताह बीत रहा है, लेकिन अभी तक इसको लेकर कोई
कार्रवाई नहीं हुई है। बेसिक विभाग के एक कर्मचारी ने
बताया कि इन लोगों का सम्बद्धीकरण ननिरस्तहुआ न ही होगा। इस भरोसे के पीछे यह बताया जा रहा है कि यह लोग साहब लोगों के खास हैं। खैर अब यहां तैनात बीएसए साहब इन लोगों को मूल तैनाती में भेजते हैं कि उनके लिए आए हुए आदेश को ताक पर रखते हैं यह तो वक्त ही बताएगा। सूत्रों की माने तो पुलिस लाइन के बाबू और अनुचर वर्षों से बीएसए ऑफिस के मलाईदार पटल पर संबद्ध है। यहां संबद्ध सभी बाबू अपने अधिकारियों को खुश रखते हैं।
शासन से जो भी आदेश आया है। उसका पालन तो करना ही पड़ेगा। विभाग में जो भी बाहरी सम्बद्ध अनुचर या अन्य लोग हैं उनके सम्बद्धीकरण को निरस्त किया जाएगा। उन्हें मूल स्थान पर भेज दिया जाएगा।
- राहुल सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।

