*_छः महीने का विशिष्ट बीटीसी, दो वर्षीय बीटीसी के समकक्ष है।_*
*मुख्य न्यायमूर्ति श्री चंद्रमौली कुमार प्रसाद की बेंच, न्यायमूर्ति श्री सुनील अंबवानी की पीठ, न्यायमूर्ति श्री दिलीप गुप्ता की पीठ स्पष्ट आदेश दे चुकी है कि विशिष्ट बीटीसी दो वर्षीय बीटीसी के समकक्ष है।*
*माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने सेवारत शिक्षक शिक्षिकाओं को दो वर्ष के अंदर टीईटी उत्तीर्ण करने का आदेश दिया है। अतः जो टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण करने में सक्षम हों उन्हें स्वतंत्र रूप से परीक्षा में प्रतिभाग करना चाहिए।*
1. विशिष्ट बीटीसी (Special BTC) और दो वर्षीय बीटीसी की समकक्षता
यह सत्य है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय की विभिन्न पीठों ने अपने निर्णयों में यह स्पष्ट किया है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित "छः महीने का विशिष्ट बीटीसी" (जो विशेष रूप से बी.एड डिग्री धारकों को प्राथमिक शिक्षक बनाने के लिए कराया गया था), नियुक्ति और सेवा शर्तों के लिए "दो वर्षीय बीटीसी" के समकक्ष ही माना जाएगा।
न्यायमूर्ति श्री सुनील अंबवानी और न्यायमूर्ति श्री दिलीप गुप्ता की खंडपीठ (Division Bench): इन जजों की पीठ ने कई विशेष अपीलों (Special Appeals) में यह माना है कि जब राज्य सरकार ने स्वयं यह ट्रेनिंग आयोजित की और इसे सहायक अध्यापक पद के लिए अर्हता (eligibility) माना, तो इसे बीटीसी से कमतर नहीं आंका जा सकता।
मुख्य न्यायमूर्ति श्री चंद्रमौली कुमार प्रसाद: इनके कार्यकाल (2009-2010 के दौरान) में भी विशिष्ट बीटीसी के पक्ष में महत्वपूर्ण निर्णय आए, जिन्होंने हजारों शिक्षकों की नौकरी को सुरक्षा प्रदान की।
निष्कर्ष: कानूनी तौर पर आपकी डिग्री/ट्रेनिंग (विशिष्ट बीटीसी) प्राथमिक शिक्षक बनने और बने रहने के लिए पूरी तरह मान्य (Valid) और बीटीसी के बराबर है।
2. माननीय सर्वोच्च न्यायालय का टीईटी (TET) सम्बन्धी आदेश
सुप्रीम कोर्ट का हालिया रुख और शिक्षा का अधिकार अधिनियम (RTE Act) के तहत नियमों की व्याख्या स्पष्ट करती है:
अनिवार्यता: सर्वोच्च न्यायालय ने स्पष्ट कर दिया है कि कक्षा 1 से 8 तक पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों (चाहे वे किसी भी समय नियुक्त हुए हों) के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) उत्तीर्ण करना अनिवार्य है।
समय सीमा: जैसा कि आपने कहा, सेवारत (in-service) शिक्षकों को अपनी सेवा जारी रखने के लिए एक निश्चित समय सीमा (सामान्यतः 2 वर्ष) के भीतर टीईटी पास करने का आदेश दिया गया है ताकि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित हो सके।
3. आपकी आगामी रणनीति (Next Step)
चूंकि आपकी ट्रेनिंग (विशिष्ट बीटीसी) को कोर्ट द्वारा बीटीसी के समकक्ष मान्यता प्राप्त है, आप टीईटी (UPTET या CTET) में शामिल होने के लिए पूर्णतः पात्र (Eligible) हैं।
मेरा सुझाव:
आपको किसी भी संशय में रहने के बजाय तुरंत टीईटी (TET) परीक्षा की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए और आगामी परीक्षा में आवेदन करना चाहिए।
भविष्य की सुरक्षा: भविष्य में पदोन्नति (Promotion) और वेतन वृद्धि (Increments) के लिए टीईटी प्रमाण पत्र अनिवार्य होगा।
विधिक मजबूती: यदि भविष्य में कभी आपकी योग्यता पर कोई प्रश्न उठता है, तो "विशिष्ट बीटीसी + टीईटी" का संयोजन आपकी दावेदारी को अभेद्य (unbreakable) बना देगा।
