सालों से पढ़ा रहे 78 तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं अमान्य


आजमगढ़। सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में सालों से पढ़ा रहे तदर्थ सहायक अध्यापकों प्रवक्ताओं की सेवाएं अमान्य हो गईं हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) 2021 की भर्ती में तदर्थ शिक्षकों का चयन नहीं हो सका


जिले में कुल 764 विद्यालय संचालित हैं। जिसमें 97 वित्त पोषित, 23 राजकीय व 644 वित्त विहीन विद्यालय शामिल हैं। उक्त सहायता प्राप्त विद्यालयों में करीब 78 शिक्षक अपनी सेवा दे रहे थे। 97 अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी अधिक है। वहीं इसी का फायदा उठाते हुए विद्यालय के प्रबंधक की ओर से तदर्थ शिक्षकों की तैनाती कर दी गई है। सुप्रीमकोर्ट के निर्देश पर इनको नियमित कराने के लिए परीक्षा कराई गई। परीक्षा में जिले से एक भी तदर्थ शिक्षक पास नहीं हो सका। जिला विद्यालय निरीक्षण डा. वीके शर्मा ने बताया कि आठ तदर्थ शिक्षकों को वेतन दिया जा रहा है। सभी तदर्थ शिक्षकों को परीक्षा देनी था लेकिन तमाम शिक्षकों ने परीक्षा ही नहीं दी, जिसने दी वे पास नहीं हुए। ऐसे में उनकी सेवाएं अमान्य हो गई हैं। शासन से 32 शिक्षकों की सूची सत्यापन के लिए आई है। हो सकता है सरकार कोई निर्णय ले।