टीका नहीं लगवाने वाले शिक्षक और कर्मचारी चिह्नित

सहारनपुर। कोरोना की तीसरी लहर सुगबुगाहट शुरू हो गई है। इसके बावजूद कुछ सरकारी कर्मचारी भी कोविड टीका नहीं लगवा रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा विभाग ने अपने ऐसे शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को चिह्नित कर लिया है, जिनको टीका लगवाने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन मान्यता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षकों की कोई सूचना और आंकड़ा विभाग के पास नहीं है।


जनपद में परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 1438 है, जिनमें शिक्षक, कर्मचारी और रसोइया आदि की संख्या करीब 5700 है। चूंकि सभी लोग बच्चों से सीधे जुड़े हैं। ऐसे में विभाग लगातार कोविड टीकाकरण के निर्देश दे रहा है। विभागीय स्तर से काफी दबाव के बाद ज्यादातर ने टीका लगवा लिया है। विभाग का दावा है कि अब केवल 250 लोग ऐसे बचे हैं, जिन्होंने अभी तक टीका नहीं लगवाया है। खास बात यह है कि बेसिक शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षकों की संख्या और टीका लगवाने की कोई सूचना विभाग के पास नहीं है। इसी प्रकार माध्यमिक शिक्षा विभाग के 235 राजकीय, सहायता प्राप्त एवं वित्तविहीन विद्यालयों में करीब 1900 शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। विभाग का दावा है कि सभी लोग टीका लगवा चुके हैं। अब केवल 24 शिक्षक ऐसे हैं, जो टीका नहीं लगवा रहे हैं। चिह्नित कर लिया गया है। लेकिन विभाग से मान्यता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षकों का आंकड़ा या टीकाकरण की सूचना नहीं है। जबकि गांव देहात के सबसे अधिक बच्चे इन्हीं विद्यालयों में पढ़ते हैं।

शत प्रतिशत कवर हुए फ्रंटलाइन वर्कर
कोरोना की दोनों लहर में फ्रंट लाइन वर्कर के तौर पर काम करने वाले सरकारी और गैर सरकारी डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिसकर्मियों आदि की संख्या जनपद में करीब 11,500 है। इन्हें प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाने की व्यवस्था की गई थी। अच्छी बात यह है कि जनपद में शत प्रतिशत फ्रंट लाइन वर्कर वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके हैं।
जिले में टीकाकरण की स्थिति
कुल लक्ष्य------------------------25,26258
दोनों खुराक लेने वाले------------9,09,547
केवल पहली खुराक लेने वाले---18,86,317
एक भी खुराक नहीं लेने वाले---6,39,941