एक शिक्षक, दो शिक्षामित्र, तीन अनुदेशक अनुपस्थित, एक-एक दिन का वेतन/मानदेय रोका


 रायबरेली विशेष निरीक्षण अभियान के दूसरे दिन शुक्रवार की बछरावां राही, सरेनी और ऊंचाहार विकास क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण कराया गया। जिन ब्लॉकों में निरीक्षण हुआ, वहां के बीईओ के साथ ही आसपास के ब्लॉकों के चीईओ, जिला समन्वयकों को  भी जिम्मेदारी सौंपी गई, ताकि एक दिन में ज्यादा से ज्यादा स्कूलों का निरीक्षण कराया जा सके। निरीक्षण के दौरान चारों ब्लॉकों में एक सहायक अध्यापक, दो शिक्षा मित्र और तीन अनुदेशक अनुपस्थित मिले। अनुपस्थित पाए गए सभी लोगों का एक-एक दिन का वेतन/मानदेय रोका जाएगा। अभियान  सितंबर तक चलेगा। 





परिषदीय विद्यालयों के निरीक्षण में पिछले दो महीनों में बरती गई लापरवाही का नतीजा है कि विशेष निरीक्षण अभियान चलाने का फैसला लिया गया जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह ने रणनीति बनाई है। उन सभी स्कूलों को



सूची तैयार की है, जहां जुलाई-अगस्त में कोई निरीक्षण नहीं हुआ हर रोज तीन चार ब्लाकों में सघन निरीक्षण कराया जाएगा। इसमें संबंधित ब्लाक के चीईओ के साथ ही दूसरे ब्लाकों के बीईओ और जिला समन्वयक लगाए गए हैं। अभियान के समाप्त होते ही 16 सितंबर को आख्या महानिदेशक स्कूल शिक्षा को भेजी जाएगी।





ब्लॉकवार तैयार की सूची, कराए जाएंगे निरीक्षण विशेष निरीक्षण अभियान के दौरान उन स्कूलों पर सबसे ज्यादा जोर दिया जा रहा है, जहां जुलाई-अगस्त महीने में एक भी अमर उजाला इंपैक्ट निरीक्षण नहीं हुआ है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने भी ऐसे ही स्कूलों की जिलेवार सूची जारी की है। इसमें रायबरेली के 1011 स्कूल है। ऐसे स्कूलों का पता लगाकर जिला स्तर पर ब्लॉकवार सूची बनाई गई, जिसमें 992 स्कूल हैं। विभागीय अफसरों का सारा ध्यान इन्हीं 992 विद्यालयों पर है।