सहयोगी शिक्षकों से अभद्र व्यवहार करने वाली प्रधानाध्यापिका सस्पेंड





प्रयागराज:- उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सहयोगी शिक्षकों के साथ अभद्र व्यवहार करने वाली प्रधानाध्यापिका को बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण तिवारी ने निलंबित कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक उच्चतर प्राथमिक विद्यालय (संविलियन) दारागंज की प्रधानाध्यापिका रुकैया अब्बासी को बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सस्पेंड कर दिया है।





रुकैया अब्बासी पर मनमाना कार्य व्यवहार करने उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करना, साथी टीचर और छात्रों के साथ दुर्व्यवहार करने और स्कूल में भय का माहौल पैदा करने का आरोप है।



खंड शिक्षा अधिकारियों की 2 सदस्य जांच टीम की रिपोर्ट के बाद बीएसए ने यह कार्रवाई की है। निलंबन की अवधि के दौरान रुकैया अब्बासी को उच्च प्राथिमिक विद्यालय क्रमोत्तर राजापुर से अटैच किया गया है। रुकैया इससे पहले भी सस्पेंड हो चुकी हैं।




उच्चतर प्राथमिक विद्यालय (संविलियन) दारागंज में कार्यरत शिक्षिकाओं द्वारा संयुक्त रूप से प्रधानाध्यापिका रुकैया अब्बासी की बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि प्रधानाध्यापिका रुकैया अब्बासी आए दिन अपने स्टाफ टीचर्स और बच्चों के साथ अभद्रता करती हैं। शासन के निर्देशों और उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करती हैं।



इसकी शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने 16 जुलाई 2022 को खंड शिक्षा अधिकारी सैदाबाद और खंड शिक्षा अधिकारी मऊआइमा की संयुक्त जांच समिति गठित कर थी।




जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट बीएसए को सौंपी थी, जिसमें रुकैया अब्बासी पर साथी शिक्षिकाओं द्वारा लगाए गए आरोप सही पाए गए। इसके बाद बीएसए ने 26 सितंबर 2022 को प्रतिकूल प्रवृष्टि देते हुए आदेश दिया था कि अपने कार्यव्यवहार में व्यापक सुधार लाएं।




इसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी नगर द्वारा 23 मार्च 2023 को बीएसए को संयुक्त जांच रिपोर्ट पेश की। जांच रिपोर्ट में कहां गया था कि रुकैया बासी के कार्य बिहार में किसी भी तरह का सुधार नहीं पाया गया है। 



लिहाजा रुकैया अब्बासी द्वारा अपने विद्यालय के शिक्षकों और छात्रों से दुर्व्यवहार किए जाने विद्यालय में भय का माहौल पैदा करने, सहकर्मियों से अनुचित व्यवहार करने निपुण लक्ष्यों को प्राप्त करने में बाधा पहुंचाने, सपोर्टिव सुपरविज़न में असहयोग किए जाने, मनमानी कार्य किए जाने, विभागीय अधिकारियों द्वारा दिए गए आदेशों-निर्देशों की अवहेलना किए जाने, टाइम एंड मोशन का अनुपालन न किए जाने, विभागीय योजनाओं के कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।




निलंबन की अवधि में रुकैया अब्बासी को जीवन निर्वाह भत्ते की धनराशि देय होगी। रुकैया के निलंबन प्रकरण की जांच खंड शिक्षा अधिकारी प्रयागराज ओम प्रकाश मिश्रा को सौंपी गई है।