शिक्षा सेवा चयन बोर्ड अधिनियम 1982 को बहाल करने की मांग


बुलंदशहर : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुरई गुट के तत्वावधान में सोमवार को जिलेभर के शिक्षकों ने शिक्षा चयन आयोग के अस्तित्व को लेकर हुंकार भरी। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड अधिनियम 1982 को यथावत रखने की मांग की।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुरई गुट के जिलाध्यक्ष राकेश यादव के नेतृत्व में पदाधिकारी राजेबाबू पार्क में एकत्र हुए। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग विधेयक-2023 को वापस लेने को लेकर शिक्षकों ने दिया। शिक्षकों ने जुलूस के रूप में कलक्ट्रेट की ओर कूच कर दिया।


जिलाध्यक्ष राकेश यादव ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के अस्तित्व को समाप्त करके अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों, प्रधानाध्यपकों एवं शिक्षकों की सेवा शर्तों एवं सेवा सुरक्षा पर कुठाराघात किया है। कार्पोरेट व शिक्षा व्यापारियों और माफिया की मिलीभगत से सरकार ने सदन में विधेयक-2023 पारित किया है।



 इससे प्रधानाचार्यों व शिक्षकों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। विधेयक-2023 वापस लेकर पुराने अधिनियम 1982 को यथावत रखा जाए। यदि सरकार ने शिक्षक विरोधी विधेयक-2023 को वापस नहीं लिया या चयन बोर्ड के अस्तित्व को यथावत नहीं रखा तो प्रांतीय स्तर पर अनवरत आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान भूपेंद्र कुमार, नीरज गोयल, बृजनेश चंद शर्मा, शैलेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह व नीरज रानी समेत अन्य शिक्षक और प्रधानाचार्य मैजूद रहें.